नौसेना प्रमुख का बयान: समुद्री सुरक्षा के लिए वास्तविक समय में जानकारी का महत्व

नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने समुद्री सुरक्षा के संदर्भ में वास्तविक समय में जानकारी एकत्र करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने आईएनएस अरावली के उद्घाटन के अवसर पर कहा कि जटिल समुद्री माहौल में जानकारी का त्वरित विश्लेषण निवारण और रक्षा के लिए आवश्यक है। उनके अनुसार, यह नौसेना की क्षमताओं को मजबूत करेगा और राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा में मदद करेगा। इस लेख में जानें उनके विचार और आईएनएस अरावली का महत्व।
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नौसेना प्रमुख का बयान: समुद्री सुरक्षा के लिए वास्तविक समय में जानकारी का महत्व

समुद्री सुरक्षा में जानकारी का महत्व

नौसेना के प्रमुख, एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने शुक्रवार को बताया कि जटिल और चुनौतीपूर्ण समुद्री माहौल में, वास्तविक समय में जानकारी एकत्र करना, उसका विश्लेषण करना और साझा करना, निवारण और रक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।


गुरुग्राम में आईएनएस अरावली के उद्घाटन के अवसर पर उन्होंने कहा, "समुद्री वातावरण में, जहां खतरे तेजी से और अक्सर अदृश्य रूप से उत्पन्न हो सकते हैं, जानकारी का त्वरित संग्रह और विश्लेषण निवारण और रक्षा दोनों को परिभाषित करेगा।"


उन्होंने आगे कहा, "जब हम आईएनएस अरावली को राष्ट्र की सेवा में समर्पित कर रहे हैं, तो यह प्राचीन संरक्षक समुद्री क्षेत्र पर अपनी निगरानी बढ़ा रहा है। 1949 में इसकी साधारण शुरुआत से लेकर, इस परिसर ने पिछले 15 वर्षों में अद्वितीय विकास देखा है।"


नौसेना प्रमुख ने यह भी कहा, "जैसे अरावली की पहाड़ियां सदियों से स्थिर रही हैं, वैसे ही आईएनएस अरावली हमारे समुद्रों की रक्षा करती रहेगी और हमारी साझेदारियों को मजबूत बनाएगी, जिससे भारतीय नौसेना किसी भी समय, कहीं भी, हमारे राष्ट्रीय समुद्री हितों की रक्षा करने में सक्षम हो सकेगी।"