नोरोवायरस: अमेरिका में बढ़ते मामलों का खतरा और बचाव के उपाय

नोरोवायरस क्या है?
नोरोवायरस की जानकारी Image Credit source: Getty images
अमेरिका में नोरोवायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है। दिसंबर से अब तक इस वायरस के 90 से अधिक मामले सामने आए हैं। नोरोवायरस एक संक्रामक बीमारी है जो तेजी से फैलती है और कभी-कभी एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में भी संक्रमण कर सकती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, अमेरिका के विभिन्न क्षेत्रों में नोरोवायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।
यह वायरस पेट और आंतों को प्रभावित करता है, जिसे गैस्ट्रोएन्टेराइटिस भी कहा जाता है। संक्रमित व्यक्तियों में उल्टी, दस्त और पेट में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। कुछ मामलों में सिरदर्द और थकान भी हो सकती है। यह बीमारी दूषित भोजन और पानी के सेवन या संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलती है। आमतौर पर, अधिकतर मामले संक्रमित भोजन से होते हैं। नोरोवायरस का कोई विशेष इलाज नहीं है; लक्षणों के आधार पर उपचार किया जाता है।
अमेरिका में नोरोवायरस का बढ़ता प्रकोप
महामारी विशेषज्ञ डॉ. जुगल किशोर के अनुसार, नोरोवायरस कोई नई बीमारी नहीं है। यह दशकों से मौजूद है, और इसका पहला मामला 1968 में ओहियो के नॉरवॉक में एक स्कूल में दर्ज किया गया था। उस समय इसे नॉरवॉक वायरस कहा जाता था, लेकिन बाद में इसका नाम नोरोवायरस रखा गया।
डॉ. किशोर बताते हैं कि अमेरिका में नोरोवायरस एक सामान्य बीमारी है और इसके मामले नियमित रूप से सामने आते हैं। यह वायरस आमतौर पर 1 से 2 दिनों में लक्षण उत्पन्न करता है और एक सप्ताह तक रह सकता है। हालांकि, यह घातक नहीं है और समय पर लक्षणों की पहचान से इससे बचा जा सकता है। बुजुर्गों, छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है। वर्तमान में, अमेरिका में नोरोवायरस के मामले बढ़ रहे हैं, लेकिन भारत में इसका कोई गंभीर खतरा नहीं है।
नोरोवायरस से बचाव के उपाय
बचाव के तरीके
1. नियमित रूप से हाथ धोएं।
2. दूषित भोजन और पानी से बचें।
3. संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचें।
4. पेट में कोई लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।