नोएडा में लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश: एक भागी लड़की की कहानी

नोएडा में एक लड़की की भागने की कहानी ने लुटेरी दुल्हन गैंग के खतरनाक सच को उजागर किया है। जब वह घर से भागी, तो उसे पता चला कि गैंग उसे बेचने की योजना बना रहा था। पुलिस ने इस गैंग के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो शादी के नाम पर लोगों को ठगने का काम कर रहे थे। जानें इस मामले की पूरी कहानी और गैंग के काम करने के तरीके के बारे में।
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नोएडा में लुटेरी दुल्हन गैंग का पर्दाफाश: एक भागी लड़की की कहानी

एक भयावह अनुभव

नोएडा/नई दिल्ली। आशीष (बदला हुआ नाम) ने बताया कि उनकी बहन 19 दिसंबर की रात घर से भाग गई थी, जिससे परिवार में हड़कंप मच गया। कुछ समय पहले उनकी माँ से बहस के बाद वह कॉलेज जाने का बहाना बनाकर निकली थी और फिर लौटकर नहीं आई। परिवार ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन वह 22 दिसंबर को खुद लौट आई। जब उसने अपनी कहानी सुनाई, तो सबके रोंगटे खड़े हो गए।


आशीष ने कहा कि उनकी बहन ने बताया कि वह लुटेरी दुल्हन बनने वाली थी और जान बचाकर भागी। उसने दादरी स्टेशन से ट्रेन पकड़ी और अलीगढ़ में गैंग के सदस्यों से मिली। वहां उसे तीन लोगों ने अपने जाल में फंसाया।


गैंग का खौफनाक प्लान

आशीष ने बताया कि गैंग ने उसकी बहन को समझाया कि वह प्रदीप से शादी कराएंगे और उसे एक अच्छी नौकरी दिलाएंगे। लेकिन जब उसकी बहन को समझ में आया कि ये लोग उसे बेचने की योजना बना रहे हैं, तो उसने भागने का फैसला किया।


पुलिस ने जब मामले की जांच की, तो एक ऐसे गैंग का पता चला जो शादी के नाम पर लोगों को ठगने का काम कर रहा था। पुलिस ने तीन दिन के भीतर चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।


लुटेरी दुल्हन गैंग का modus operandi

पुलिस के अनुसार, यह गैंग उन लड़कियों को निशाना बनाता था जो घर से भागी हुई थीं या नौकरी पाने की लालसा रखती थीं। गैंग में शामिल महिलाएं शादी के बाद दुल्हन को जूलरी और पैसे लेकर भागने के लिए प्रेरित करती थीं।


DCP सेंट्रल नोएडा ने बताया कि गैंग के सदस्य शादी के खर्च के नाम पर पैसे लेते थे और फिर दुल्हन को विदा कराते थे। यह गैंग 2015 से सक्रिय है और इसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं।


शादी के नाम पर ठगी

अलीगढ़ में इसी साल दो दूल्हों के साथ भी ऐसा ही हुआ। मानव बंसल और उनके पड़ोसी दिनेश ने बताया कि उनकी शादी के बाद दुल्हनें पैसे और जूलरी लेकर भाग गईं।


इस गैंग ने शादी कराने के लिए उनसे पैसे लिए थे, लेकिन दुल्हनों को रखने का कोई जिम्मा नहीं लिया। यह पूरी तरह से ठगी का एक संगठित तरीका है।