नेपाल में जनरल जेड की भूमिका: बालेंद्र शाह की संभावनाएं

नेपाल की राजनीतिक स्थिति में बदलाव
नेपाल में राजनीतिक परिदृश्य में एक महत्वपूर्ण बदलाव देखने को मिल रहा है, जिसमें जनरल जेड — 13 से 28 वर्ष के युवा प्रदर्शनकारियों — ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के इस्तीफे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। दो दिनों की अशांति और हिंसक प्रदर्शनों के बाद, ओली देश छोड़कर चले गए हैं। इन प्रदर्शनों में कम से कम 19 लोगों की मौत हो गई और लगभग 300 लोग घायल हुए हैं। अब सवाल यह है कि नेपाल का अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? बालेंद्र शाह का नाम इस पद के लिए चर्चा में है।
बालेंद्र शाह कौन हैं?
बालेंद्र शाह, जिन्हें बालेन के नाम से भी जाना जाता है, काठमांडू के 15वें मेयर हैं। वह एक रैपर हैं और उनके पास सिविल इंजीनियरिंग में पेशेवर डिग्री है। उन्होंने 2022 में एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में चुनाव जीतकर इतिहास रचा। कई लोग मानते हैं कि बालेंद्र शाह ने अपने कार्यकाल के दौरान काठमांडू में महत्वपूर्ण सुधार किए। उन्होंने सड़कों की सफाई की, पैदल चलने वालों के लिए फुटपाथों को सुरक्षित बनाया, सरकारी स्कूलों की निगरानी में सुधार किया, और उन निजी स्कूलों पर सख्त नियंत्रण लागू किया जो कर नहीं चुकाते थे। उनकी सबसे बड़ी ताकत उनकी साफ छवि और भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति है।
बालेंद्र शाह की जनरल जेड पर राय
काठमांडू पोस्ट के अनुसार, बालेंद्र शाह ने हाल ही में भ्रष्टाचार के खिलाफ और सरकार के सोशल मीडिया पर प्रतिबंध के निर्णय के खिलाफ जनरल जेड द्वारा आयोजित रैली का समर्थन किया। उन्होंने फेसबुक पर लिखा कि वह इस रैली में भाग नहीं ले सकते क्योंकि आयोजकों ने जनरल जेड की उम्र सीमा 28 वर्ष निर्धारित की है, लेकिन वह उनके विचारों को सुनना महत्वपूर्ण मानते हैं।
शाह ने कहा, "यह रैली स्पष्ट रूप से जनरल जेड का स्वाभाविक आंदोलन है, जिसके लिए मैं भी बूढ़ा लग सकता हूं। मैं उनकी आकांक्षाओं, उद्देश्यों और सोच को समझना चाहता हूं। राजनीतिक दलों, नेताओं, कार्यकर्ताओं, विधायकों और अभियंताओं को इस रैली का अपने हितों के लिए उपयोग करने में चतुराई नहीं दिखानी चाहिए।" उन्होंने कहा कि वह रैली में शामिल नहीं होंगे, लेकिन प्रदर्शनकारियों के साथ उनका "पूर्ण समर्थन" रहेगा।