नूंह जिले में विवादित जमीन पर झड़प, एक परिवार के आठ लोग घायल

नूंह जिले के बिस्सर अकबरपुर गांव में एक विवादित जमीन पर लकड़ी इकट्ठा करने को लेकर दो समूहों के बीच झड़प हुई, जिसमें एक ही परिवार के आठ लोग घायल हो गए। पुलिस ने इस मामले में 10 आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। घटना के दौरान लाठी-डंडे और गोलियां चलीं। जानें इस घटना के पीछे की पूरी कहानी और क्या हुआ जब गांव वाले इकट्ठा हुए।
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नूंह जिले में विवादित जमीन पर झड़प, एक परिवार के आठ लोग घायल

नूंह जिले में झड़प की घटना

नूंह जिले के बिस्सर अकबरपुर गांव में एक विवादित भूमि पर चिता के लिए लकड़ी इकट्ठा करने के दौरान दो समूहों के बीच संघर्ष हुआ, जिसमें एक ही परिवार के लगभग आठ सदस्य घायल हो गए। पुलिस ने इस घटना की जानकारी बृहस्पतिवार को दी।


पुलिस के अनुसार, इस झड़प में कथित तौर पर लाठी-डंडे और गोलियां भी चलीं। मोहम्मदपुर अहिर थाने में 10 नामजद आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।


राजा नामक शिकायतकर्ता ने बताया कि उनके रिश्तेदार धर्मबीर का मंगलवार को निधन हुआ था, जिसके बाद वह अपने भाई उदल और बेटे दीपांशु के साथ पंचायत की जमीन से लकड़ी लेने गए थे।


इस दौरान, प्रतिकूल समूह के सदस्य सुखबीर, रामदेव, रामकिशन, सतबीर, प्रवीण, पवन, नवीन, प्रशांत और प्रियांशु मोटरसाइकिल, स्कूटर और कार में आए। उनके पास बंदूक, चाकू, डंडे और लोहे की रॉड थी।


राजा ने कहा कि रामदेव ने उन्हें अपशब्द कहे और चेतावनी दी कि यह जमीन उनकी है और वे उन्हें लकड़ी नहीं लेने देंगे। जब उन्होंने कहा कि वे दशकों से इस जमीन का उपयोग कर रहे हैं, तो विवाद बढ़ गया और मारपीट शुरू हो गई।


सतबीर ने उदल के सिर पर डंडे से हमला किया, जिससे वह गिर पड़ा और अन्य ने मिलकर उसे लाठियों से पीटा। शिकायत में यह भी उल्लेख है कि जब उदल को बचाने उसके भतीजे रोहित ने हस्तक्षेप किया, तो रामदेव ने उस पर गोली चला दी, जिससे उसे हाथ में चोट आई। सोनू को भी गोली लगी। नवीन ने अभिषेक के सिर पर चाकू से वार किया, जिससे उसे गंभीर चोट आई। जब गांव वाले इकट्ठा हुए, तो आरोपी मौके से भाग गए।