नीरव मोदी ने भारत में प्रत्यर्पण को चुनौती दी, लंदन कोर्ट में नई याचिका दायर

नीरव मोदी ने लंदन कोर्ट में भारत में प्रत्यर्पण को चुनौती देने के लिए एक नई याचिका दायर की है। यह याचिका उस समय आई है जब यूके की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस ने तिहाड़ जेल का निरीक्षण किया। नीरव मोदी, जो ₹6,498 करोड़ के PNB घोटाले में मुख्य आरोपी हैं, की कानूनी टीम ने उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति को लेकर चिंता जताई है। अदालत ने पहले ही उनकी जमानत याचिका को खारिज कर दिया था। अब देखना यह है कि इस नई याचिका का क्या परिणाम निकलता है।
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नीरव मोदी ने भारत में प्रत्यर्पण को चुनौती दी, लंदन कोर्ट में नई याचिका दायर

नीरव मोदी की नई याचिका

नीरव मोदी, जो ₹6,498 करोड़ के पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले का सामना कर रहे हैं, ने भारत में प्रत्यर्पण को चुनौती देने के लिए पिछले महीने एक नई याचिका दायर की। सूत्रों के अनुसार, "यह नई याचिका पिछले महीने प्रस्तुत की गई थी।" अधिकारियों और कानूनी टीम ने लंदन में याचिका का जवाब देने की तैयारी की है।


यूके की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस का दौरा

यह घटनाक्रम उस समय सामने आया है जब यूके की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) ने हाल ही में भारत के तिहाड़ जेल का निरीक्षण किया। यह दौरा प्रत्यर्पण के बाद जेल की स्थिति का आकलन करने के लिए किया गया था। नीरव मोदी को मार्च 2019 में प्रत्यर्पण वारंट के आधार पर गिरफ्तार किया गया था, और अप्रैल 2021 में, तब की यूके की गृह सचिव, प्रीति पटेल ने उनके प्रत्यर्पण का आदेश दिया था।


कानूनी टीम की दलीलें

नीरव की कानूनी टीम का तर्क है कि जेल में रहने के दौरान उनकी शारीरिक और मानसिक स्थिति बिगड़ सकती है। उन्होंने जमानत की मांग की, यह कहते हुए कि, "जेल में शारीरिक और मानसिक बिगड़ने का खतरा है," लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर दिया, यह कहते हुए कि, "ये चिंताएँ नीरव मोदी के उड़ान जोखिम की संभावना से अधिक महत्वपूर्ण नहीं हैं।"


अदालत का निर्णय

मई में, यूके उच्च न्यायालय ने भी नीरव मोदी की जमानत याचिका को खारिज कर दिया। वह ₹13,000 करोड़ के PNB घोटाले में मुख्य आरोपी हैं, जिसमें से ₹6,498.20 करोड़ सीधे उनसे जुड़े हैं। उन्होंने इस घोटाले को अपने चाचा मेहुल चोकसी के साथ मिलकर अंजाम दिया।


भारत में तीन आपराधिक मामले

नीरव मोदी भारत में तीन अलग-अलग आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। पहला मामला CBI द्वारा PNB घोटाले में दर्ज धोखाधड़ी से संबंधित है, दूसरा प्रवर्तन निदेशालय (ED) की धन शोधन की जांच से संबंधित है, और तीसरा सबूत और गवाहों के साथ छेड़छाड़ से संबंधित है।


नवीनतम याचिका का परिणाम

पहले, 9 नवंबर 2022 को, यूके उच्च न्यायालय ने नीरव मोदी की अंतिम अपील को खारिज कर दिया और उनके प्रत्यर्पण को मंजूरी दी, वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट कोर्ट के निर्णय को बरकरार रखते हुए। अदालत ने उन्हें यूके सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की अनुमति भी नहीं दी।


आगे की स्थिति

अब सभी की नजर इस नई याचिका के परिणाम पर है जो वेस्टमिंस्टर कोर्ट में दायर की गई है और यह देखना है कि क्या नीरव मोदी का प्रत्यर्पण एक बार फिर टल जाएगा।