नीरजा मोदी स्कूल में छात्रा आत्महत्या: सीबीएसई ने जारी किया नोटिस
नीरजा मोदी स्कूल में छात्रा आत्महत्या का मामला
छात्रा आत्महत्या मामले में नीरजा मोदी स्कूल को सीबीएसई का नोटिसImage Credit source: Social Media
नीरजा मोदी स्कूल में छात्रा आत्महत्या: जयपुर के नीरजा मोदी स्कूल में एक चौथी कक्षा की छात्रा ने आत्महत्या कर ली है, जिसके बाद केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने स्कूल को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जांच में यह सामने आया कि छात्रा अमायरा मीणा को स्कूल में बुलिंग का सामना करना पड़ा था। इस संबंध में स्कूल को शिकायत भी की गई थी, लेकिन उचित कार्रवाई नहीं की गई। इसके अलावा, सीबीएसई की जांच में स्कूल के इंफ्रास्ट्रक्चर में भी कमी पाई गई है।
मामले का विवरण
अमायरा मीणा ने 1 नवंबर को स्कूल की चौथी मंजिल से कूदकर आत्महत्या की। उसकी उम्र केवल 9 वर्ष थी।
सीबीएसई की जांच समिति
अमायरा की आत्महत्या के बाद, सीबीएसई ने एक जांच समिति का गठन किया। समिति ने पाया कि स्कूल में बच्चों और स्टाफ की सुरक्षा के लिए आवश्यक फिजिकल इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी थी। सीबीएसई ने अमायरा के घर जाकर भी जांच की।
बुलिंग की समस्या
जांच में यह भी सामने आया कि अमायरा अपने सहपाठियों द्वारा लगातार बुलिंग का शिकार थी। स्कूल को इस बारे में जानकारी थी, लेकिन अभिभावकों की शिकायतों के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई।
काउंसलिंग की कमी
सीबीएसई ने बताया कि अमायरा को कभी भी काउंसलर के पास नहीं भेजा गया। क्लास टीचर ने भी बताया कि उसके सहपाठियों ने अमायरा के लिए अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। स्कूल प्रबंधन ने इस मामले में उचित कदम नहीं उठाए।
सीबीएसई का नोटिस
सीबीएसई ने नीरजा मोदी स्कूल को 30 दिन के भीतर जवाब देने का समय दिया है। नोटिस में स्कूल से कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
- सीसीटीवी कवरेज के बावजूद अमायरा की गतिविधियों पर ध्यान नहीं दिया गया।
- स्कूल की इमारत में अधिक मंजिलें हैं, जो सुरक्षा नियमों का उल्लंघन है।
- अभिभावकों की शिकायतों के बावजूद एंटी-बुलिंग कमेटी ने संपर्क नहीं किया।
- पेरेंट्स की शिकायतों पर कार्रवाई न करना चाइल्ड प्रोटेक्शन पॉलिसी का उल्लंघन है।
- अमायरा को काउंसलर के पास नहीं भेजा गया, जबकि कई बार टीचर से बात की गई थी।
