नीरज यादव ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर उठाए सवाल, न्याय की मांग

दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जेडीयू के उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद, उनके पोते नीरज यादव ने पुलिस और सरकार पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बाकी आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग की और अनंत सिंह को मौत की सजा देने की इच्छा व्यक्त की। नीरज ने सरकार पर भी आरोप लगाया कि वह इस मामले में शामिल है। दुलारचंद यादव की मौत चुनाव प्रचार के दौरान हुई, जिससे बिहार में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है।
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नीरज यादव ने अनंत सिंह की गिरफ्तारी पर उठाए सवाल, न्याय की मांग

नीरज यादव की चिंताएं और सरकार पर आरोप

जन सुराज पार्टी के कार्यकर्ता दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में जेडीयू के उम्मीदवार अनंत सिंह की गिरफ्तारी के बाद, मृतक के पोते नीरज यादव ने पुलिस और सरकार की भूमिका पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बाकी आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी और अनंत सिंह को फांसी की सजा देने की मांग की है।


नीरज यादव का बयान

नीरज यादव ने कहा, 'अनंत सिंह की गिरफ्तारी हो गई है, लेकिन उनके चार साथी अभी भी खुलेआम घूम रहे हैं। वे मेरे लिए खतरा बन गए हैं। इस मामले में एक बड़ी साजिश है जिसमें कई लोग शामिल हैं।' उन्होंने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि सरकार भी इस मामले में शामिल है। अभी केवल एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है और बाकी चार को 6 नवंबर के बाद पकड़ा जाएगा।' अपने दादा के लिए न्याय की मांग करते हुए उन्होंने कहा, 'मैं चाहता हूं कि अनंत सिंह को मौत की सजा मिले। मुझे बस न्याय चाहिए, कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा नहीं है।'


अनंत सिंह की गिरफ्तारी का विवरण

पटना पुलिस ने रविवार की सुबह मोकामा से जेडीयू के उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह को दुलारचंद यादव की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया। पुलिस ने बाढ़ स्थित उनके निवास पर कार्रवाई की, जो पटना के एसएसपी के नेतृत्व में की गई।


अनंत सिंह के साथ दो अन्य व्यक्तियों, मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम, को भी गिरफ्तार किया गया है। इन तीनों को जल्द ही मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जाएगा।


दुलारचंद यादव की मौत का कारण

दुलारचंद यादव की मृत्यु गुरुवार को मोकामा में चुनाव प्रचार के दौरान हुई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार, उनकी मौत फेफड़े के फटने और कई पसलियों में फ्रैक्चर के कारण हुई। यह घटना बिहार विधानसभा चुनाव से ठीक पहले हुई है, जिससे राज्य में राजनीतिक तनाव बढ़ गया है। उल्लेखनीय है कि बिहार में 6 नवंबर को पहले चरण का मतदान होना है।