नीतीश कुमार के विवादास्पद कृत्य पर समाजवादी पार्टी का कड़ा विरोध

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला डॉक्टर के चेहरे से बुर्का हटाने की घटना पर समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि देश इस कृत्य के खिलाफ कोई विरोध नहीं कर रहा है। वारिस पठान ने भी नीतीश कुमार की आलोचना की और महिलाओं के अधिकारों का अपमान करने का आरोप लगाया। पठान ने मुख्यमंत्री से बिना शर्त माफी मांगने की मांग की है। यह मामला महिलाओं की गरिमा और धार्मिक स्वतंत्रता से जुड़ा हुआ है।
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नीतीश कुमार के विवादास्पद कृत्य पर समाजवादी पार्टी का कड़ा विरोध

समाजवादी पार्टी के सांसद का बयान

समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर रहमान बर्क ने शुक्रवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा एक महिला डॉक्टर के चेहरे से बुर्का हटाने की घटना को अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया। उन्होंने कहा कि यह चिंताजनक है कि देश इस कृत्य के खिलाफ कोई विरोध प्रदर्शन नहीं कर रहा है, और नीतीश कुमार ने इसके लिए माफी भी नहीं मांगी है। बर्क ने कहा कि यह घटना बेहद निंदनीय है। एक मुस्लिम महिला के साथ इस तरह की घटना के बावजूद देश में कोई प्रतिक्रिया नहीं हो रही है। उन्होंने यह भी कहा कि न तो माफी मांगी गई है और न ही कोई कार्रवाई की गई है।


वारिस पठान की आलोचना

इससे पहले, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रवक्ता वारिस पठान ने हिजाब और बुर्का को महिलाओं की गरिमा और सम्मान का प्रतीक बताते हुए नीतीश कुमार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने महिलाओं के अधिकारों का अपमान किया है। पठान ने मुख्यमंत्री से बिना शर्त माफी मांगने की अपील की और इसे महिलाओं की धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन बताया।


संविधान का हवाला

पठान ने कहा कि संविधान का अनुच्छेद 25 धर्म का पालन करने का अधिकार देता है, जबकि अनुच्छेद 19 पसंद की स्वतंत्रता की गारंटी देता है। जो भी बुर्का या हिजाब पहनना चाहता है, उसे ऐसा करने का अधिकार है। सर्वोच्च न्यायालय भी इस बात की पुष्टि कर चुका है। उन्होंने नीतीश कुमार के इस कृत्य की कड़ी निंदा की और कहा कि एक पिता को भी इस तरह का व्यवहार नहीं करना चाहिए। हिजाब और बुर्का महिलाओं के सम्मान का प्रतीक हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को देश की सभी महिलाओं से बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए। यह एक निंदनीय घटना है और महिलाओं की गरिमा का अपमान है।