नीतीश कुमार की दिल्ली यात्रा: प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से महत्वपूर्ण बैठकें
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की दिल्ली यात्रा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की। यह यात्रा खास महत्व रखती है, क्योंकि यह उनके मुख्यमंत्री के रूप में रिकॉर्ड दसवीं बार शपथ लेने के बाद दिल्ली की पहली यात्रा है। इस दौरान उनके साथ उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और केंद्रीय मंत्री राजीव रंजन, जिन्हें ललन सिंह के नाम से जाना जाता है, भी मौजूद थे.
बैठकों का उद्देश्य और चर्चा के मुद्दे
हालांकि नीतीश कुमार ने इन मुलाकातों को शिष्टाचार भेंट बताया, लेकिन जेडीयू के वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि बिहार के विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार के बीच समन्वय आवश्यक है। इस बैठक में राज्यसभा चुनाव, जिसमें बिहार की सभी पांच सीटें एनडीए को मिलने की संभावना है, विधान परिषद चुनाव और मंत्रिमंडल विस्तार जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है.
बिहार के विकास के लिए केंद्र का समर्थन
जेडीयू के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शिष्टाचार मुलाकातों में भी राज्य से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होती है। बिहार सरकार ने चुनाव में भारी जनादेश मिलने के बाद विकास की दिशा में काम करना शुरू कर दिया है, लेकिन राज्य को केंद्र सरकार के निरंतर समर्थन की आवश्यकता है। प्रधानमंत्री मोदी भी औद्योगीकरण और निवेश के माध्यम से बिहार के विकास के अगले चरण के लिए प्रतिबद्ध हैं, जिससे यह बैठक और भी महत्वपूर्ण बन जाती है.
औद्योगीकरण और विकास की आवश्यकता
जेडीयू नेता ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दोनों इस बात से अवगत हैं कि राज्य और केंद्र को समन्वय में काम करना होगा। उन्होंने कहा कि औद्योगीकरण के जरिए बेरोजगारी और प्रवासन की समस्याओं से निपटने के लिए संसाधनों की कमी वाले राज्य के विकास के अगले चरण को गति देने के लिए केंद्र सरकार के भारी वित्तीय समर्थन की आवश्यकता है.
