नींबू के पौधे के विकास के लिए 5 प्रभावी उपाय
नींबू के पौधे का विकास
यदि आपके नींबू के पौधे का विकास रुक गया है, तो इस लेख में हम आपको पांच महत्वपूर्ण उपाय बताएंगे, जिनसे पौधे का विकास तेजी से होगा और फल-फूल की संख्या भी बढ़ेगी।
नींबू का पौधा
नींबू के पौधे को सही तरीके से विकसित करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखना आवश्यक है। इसे घर में आसानी से लगाया जा सकता है, चाहे वह जमीन में हो या गमले में। कुछ नींबू की किस्में साल में दो बार फल देती हैं, लेकिन इसके लिए सही देखभाल करनी होती है।
यदि आपका पौधा दो-तीन महीने का है और उसका विकास रुक गया है, या आपके पुराने पौधे में फल-फूल नहीं आ रहे हैं, तो यहां पांच उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाने से आपके पौधे का विकास तेजी से होगा।
नींबू के पौधे को धूप
नींबू के पौधे के अच्छे विकास के लिए उसे कम से कम 6 से 8 घंटे धूप की आवश्यकता होती है। धूप पत्तियों पर पड़ने से पौधा सही तरीके से पोषण प्राप्त करता है, जिससे उसका विकास बेहतर होता है। इसलिए, इसे छांव में नहीं, बल्कि धूप वाली जगह पर लगाना चाहिए।
नींबू के पौधे में पानी
पौधे को पानी देने में सावधानी बरतनी चाहिए। जब मिट्टी की ऊपरी परत 1-2 इंच सूख जाए, तभी पानी दें। रोजाना पानी देने से बचें, क्योंकि अधिक पानी देने से पौधे की जड़ें सड़ सकती हैं। पानी देते समय सुनिश्चित करें कि मिट्टी पूरी तरह से भीग जाए और निकासी की व्यवस्था भी सही हो।
गमले का आकार
यदि आपने नींबू का पौधा गमले में लगाया है, तो गमले का आकार महत्वपूर्ण है। छोटे गमले में पौधे का विकास धीमा होगा और फल-फूल की संख्या भी कम होगी। बड़े गमले का उपयोग करने से पौधे को अधिक पोषण मिलेगा। 15x15 या 18x18 इंच का गमला या ग्रो बैग सबसे अच्छा रहेगा।
नींबू के लिए खाद
पौधे के विकास के लिए समय पर खाद देना आवश्यक है। विशेषज्ञों के अनुसार, नींबू के पौधों को साल में चार बार खाद दी जा सकती है। वर्मी कंपोस्ट, नीम खली, सरसों की खली, बोन मील और एप्सम सॉल्ट का मिश्रण बनाकर पौधे की मिट्टी में मिलाएं।
पौधे की प्रूनिंग
पौधे के विकास और नई शाखाओं के लिए समय-समय पर प्रूनिंग करना आवश्यक है। प्रूनिंग के साथ-साथ मिट्टी की गुड़ाई और खरपतवार निकालना भी जरूरी है। इसे साल में दो बार किया जा सकता है, विशेषकर बारिश के मौसम में।
