नितेश राणे ने ठाकरे बंधुओं की रैली को बताया हिंदू विरोधी

रैली पर नितेश राणे की तीखी प्रतिक्रिया
महाराष्ट्र के मंत्री नितेश राणे ने शनिवार को मुंबई में उद्धव और राज ठाकरे की संयुक्त रैली पर तीखा हमला किया, इसे हिंदू विरोधी और जिहादी मानसिकता से प्रेरित बताया।
राणे ने आरोप लगाया कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य समाज में विभाजन करना और राज्य की ताकत को कमजोर करना है। दो दशकों के बाद, उद्धव और राज ने एक मंच साझा किया और 'आवाज मराठीचा' नामक विजय सभा का आयोजन किया, जिसका मकसद राज्य के स्कूलों में कक्षा एक से तीसरी के लिए हिंदी को शामिल करने के संबंध में सरकार द्वारा जारी किए गए दो आदेशों को वापस लेना था।
राणे ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा, 'हम हिंदू हैं और मराठी होने पर गर्व करते हैं। जिस तरह से जिहादी हमारे समाज को बांटने की कोशिश कर रहे हैं, ये लोग भी वही कर रहे हैं। चाहे वह हिंदू राष्ट्र के खिलाफ काम करने वाले पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) हों या स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (सिमी), उद्धव और राज ठाकरे भी अलग नहीं हैं। ये लोग महाराष्ट्र को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं।'
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता राणे ने ठाकरे बंधुओं की रैली पर टिप्पणी करते हुए कहा, 'वर्ली की सभा का उद्देश्य हिंदुओं और मराठी लोगों को बांटना है। इसे एआईएमआईएम, पीएफआई या सिमी की रैलियों से जोड़ा जा सकता है। इससे राज्य में हिंदुओं को सबसे अधिक नुकसान होगा। रैली के बाद नल बाजार में मिठाई बांटी जाएगी और पटाखे फोड़े जाएंगे।'
राज्य के मत्स्य पालन एवं बंदरगाह विकास मंत्री ने इसे हिंदू विरोधी रैली करार दिया। नितेश राणे, पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे के पुत्र हैं, जो उद्धव ठाकरे के कट्टर विरोधी माने जाते हैं।
हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने ठाकरे बंधुओं की रैली को लेकर एक अलग दृष्टिकोण पेश किया। उन्होंने कहा, 'अगर राज और उद्धव एक साथ आ रहे हैं, तो यह सकारात्मक है। उन्हें हमारी शुभकामनाएं हैं। दोनों भाइयों को एक होना चाहिए और यदि आवश्यक हो, तो विलय पर भी विचार करना चाहिए।'