नितिन गडकरी ने अहिल्याबाई होल्कर के विचारों को प्राथमिकता देने की अपील की

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती पर उनके विचारों को महत्व देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि समाज में बदलाव लाने के लिए केवल प्रतिमाएं स्थापित करना पर्याप्त नहीं है, बल्कि हमें उनके विचारों को सुनने और अपनाने की आवश्यकता है। गडकरी ने जाति, धर्म और लिंग के आधार पर समानता के प्रचार की बात की और कहा कि हमें उनके विचारों के माध्यम से समाज को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।
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नितिन गडकरी ने अहिल्याबाई होल्कर के विचारों को प्राथमिकता देने की अपील की

समाज में बदलाव के लिए विचारों की आवश्यकता

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को अहिल्याबाई होल्कर के विचारों को महत्व देने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने समाज में बदलाव लाने के प्रयासों की कमी पर खेद व्यक्त किया और ऐतिहासिक हस्तियों की प्रतिमाएं स्थापित करने तथा शहरों के नाम उनके नाम पर रखने की मांगों की ओर ध्यान आकर्षित किया।


नागपुर में लोकमाता अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में गडकरी ने कहा, 'हम प्रतिमाएं स्थापित करते हैं, लेकिन क्या हम उस महान व्यक्तित्व के विचारों को सुनते हैं?'


गडकरी ने बताया कि अहिल्याबाई होल्कर ने जाति, धर्म और लिंग के आधार पर सामाजिक और आर्थिक समानता का प्रचार किया। उन्होंने कहा, 'उनके ये विचार थे। हम महान ऐतिहासिक व्यक्तियों को श्रद्धांजलि देते हैं, लेकिन हम भटक जाते हैं और केवल प्रतिमाएं स्थापित कर देते हैं या शहरों के नाम बदल देते हैं। मैं इसके खिलाफ नहीं हूं, लेकिन हमें अहिल्याबाई के विचारों के माध्यम से समाज को आगे बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, जो उनके जीवन और कार्य का आधार थे।'