नितिन गडकरी का आरक्षण पर बयान: ब्राह्मण समुदाय की स्थिति और जातिवाद पर विचार

नितिन गडकरी का आरक्षण पर बयान

नितिन गडकरी
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में नागपुर में एक कार्यक्रम में आरक्षण पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने मजाक में कहा कि वह ब्राह्मण समुदाय से हैं और परमेश्वर का आभार व्यक्त किया कि उन्हें आरक्षण नहीं मिला।
गडकरी ने बताया कि महाराष्ट्र में ब्राह्मणों का महत्व कम है, जबकि उत्तर प्रदेश और बिहार में उनकी स्थिति मजबूत है। उन्होंने कहा कि जाति, धर्म या भाषा से कोई व्यक्ति महान नहीं होता, बल्कि उसके गुण उसे महान बनाते हैं।
आरक्षण न मिलना एक आशीर्वाद
गडकरी ने आगे कहा कि आरक्षण न मिलने से उन्हें उद्यमिता की प्रेरणा मिली। उन्होंने कहा कि अगर उन्हें आरक्षण मिलता, तो वह शायद किसी बैंक में क्लर्क होते। उन्होंने अपने माता-पिता से कहा था कि वह नौकरी देने वाले बनेंगे, न कि नौकरी मांगने वाले। अब वह 15,000 लोगों को रोजगार दे रहे हैं।
आरक्षण का मुद्दा गंभीर
गडकरी ने आरक्षण के मुद्दे को गंभीर बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इस पर काफी प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा कि कई लोग अब रिटायर हो रहे हैं, जो पहले उनके संपर्क में थे। जातिवाद के खिलाफ गडकरी की आवाज हमेशा उठती रही है। मार्च 2025 में उन्होंने जाति-आधारित राजनीति की निंदा की थी और कहा था कि जाति की बात करने वालों को वह सख्ती से जवाब देंगे।