नाभि में तेल लगाने के अद्भुत लाभ: 21 दिनों में क्या बदलाव आएंगे?

नाभि में तेल लगाने की विधि

नाभि में तेल लगाने का महत्व: आपने शायद अपनी दादी-नानी से सुना होगा कि नाभि में तेल लगाने से कई स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान हो सकता है। इसे आयुर्वेद में 'नाभि चिकित्सा' या 'पेचोटी विधि' कहा जाता है। यह एक प्राचीन और प्रभावी पद्धति है, जिसमें नाभि में कुछ बूंदें तेल डालकर हल्की मालिश की जाती है। आयुर्वेद के अनुसार, नाभि हमारे शरीर के 72,000 नाड़ियों से जुड़ी होती है। आइए जानते हैं नाभि में तेल डालने के क्या लाभ हैं।
नाभि में तेल डालने के फायदे:
योग गुरु डॉ. हंसाजी योगेन्द्र ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में बताया है कि लगातार 21 दिनों तक नाभि में तेल डालने से कई स्वास्थ्य लाभ मिल सकते हैं।
पाचन में सुधार: डॉ. हंसाजी के अनुसार, नाभि के नीचे 'अग्नि केंद्र' होता है, जो पाचन और यूरिन सिस्टम को नियंत्रित करता है। यदि आप अपच, गैस या एसिडिटी से परेशान हैं, तो नारियल के तेल में अदरक और पुदीना के एसेंशियल ऑयल मिलाकर नाभि में लगाएं। 21 दिनों तक ऐसा करने से पाचन में सुधार हो सकता है।
त्वचा में निखार: रोज रात को सोने से पहले नाभि में नारियल या बादाम का तेल लगाने से शरीर अंदर से हाइड्रेट होता है, जिससे त्वचा नरम और चमकदार बनती है।
हार्मोन संतुलन: गर्म कैस्टर ऑयल का उपयोग नाभि में करने से हार्मोन संतुलित होते हैं और पीरियड्स के दर्द में कमी आती है।
आंखों की रोशनी में सुधार: लगातार 21 दिनों तक गाय का घी या तिल का तेल नाभि में डालने से आंखों का सूखापन कम हो सकता है और दृष्टि में सुधार हो सकता है।
तनाव और नींद में सुधार: लैवेंडर या चामोमाइल तेल से नाभि की मालिश करने से तनाव कम होता है और नींद में सुधार होता है।
शरीर की सफाई: नीम या कैस्टर ऑयल का उपयोग नाभि में करने से शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं और लिवर स्वस्थ रहता है।
नाभि में तेल लगाने की विधि:
- डॉ. हंसाजी अपनी जरूरत के अनुसार तेल चुनने की सलाह देती हैं।
- तेल को हल्का गर्म करें।
- रात को सोने से पहले गुनगुने तेल की कुछ बूंदें नाभि में डालें।
- हल्के हाथों से उंगली की मदद से मसाज करें और रातभर ऐसे ही रहने दें।