नाना पटोले के विवादास्पद बयान पर उठे सवाल, ऑपरेशन सिंदूर की तुलना वीडियो गेम से

कांग्रेस नेता नाना पटोले ने ऑपरेशन सिंदूर को बच्चों के वीडियो गेम से जोड़कर विवाद खड़ा कर दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के हितों के चलते इस सैन्य मिशन को रोक दिया। उनकी टिप्पणियों पर शिवसेना नेता शाइना एनसी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने पटोले की सोच को विवादास्पद बताया। जानें इस मुद्दे पर और क्या कहा गया है।
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नाना पटोले के विवादास्पद बयान पर उठे सवाल, ऑपरेशन सिंदूर की तुलना वीडियो गेम से

कांग्रेस नेता का विवादास्पद बयान

कांग्रेस के नेता नाना पटोले ने हाल ही में ऑपरेशन सिंदूर की तुलना बच्चों के वीडियो गेम से की, जिससे विवाद उत्पन्न हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ने अंतरराष्ट्रीय व्यापार के हितों के चलते इस सैन्य मिशन को रोक दिया। पत्रकारों से बातचीत में पटोले ने कहा, "पहलगाम में 26 महिलाओं के सिंदूर मिटा दिए गए, लेकिन आतंकवादियों का अब तक कोई पता नहीं चला है।" उन्होंने सरकार के संकल्प पर सवाल उठाते हुए कहा कि आतंकवाद विरोधी अभियान को समय से पहले ही समाप्त कर दिया गया।


ऑपरेशन सिंदूर पर व्यापारिक हितों का आरोप

पटोले ने आगे कहा कि ऑपरेशन सिंदूर को व्यापारिक कारणों से रोका गया था। उन्होंने दावा किया कि पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने बार-बार कहा था कि यदि यह ऑपरेशन जारी रहा, तो दोनों देशों के बीच व्यापार प्रभावित होगा। इसीलिए, यह निर्णय ट्रंप के इशारे पर लिया गया। पटोले ने इसे एक नाटकीय तुलना देते हुए कहा, "ऑपरेशन सिंदूर बिल्कुल वैसा ही था जैसे बच्चे कंप्यूटर रूम में वीडियो गेम खेल रहे हों।"


शिवसेना नेता की तीखी प्रतिक्रिया

पटोले की टिप्पणियों पर तीखी प्रतिक्रिया आई है। शिवसेना की नेता शाइना एनसी ने उन्हें 'विवाद की संतान' करार दिया। उन्होंने कहा कि केवल नाना पटोले जैसी सोच ही यह सुझाव दे सकती है कि ऑपरेशन सिंदूर एक वीडियो गेम था। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी बेतुकी टिप्पणियां करना और झूठी कहानियां गढ़ना कांग्रेस पार्टी की रणनीति बन गई है। ऑपरेशन सिंदूर भारत सरकार द्वारा आतंकवाद को समाप्त करने का एक गंभीर प्रयास था।