नहाने के चार महत्वपूर्ण समय: चाणक्य के अनुसार

इस लेख में हम चाणक्य द्वारा बताए गए चार महत्वपूर्ण समयों के बारे में चर्चा करेंगे, जब स्नान करना अनिवार्य है। जानें कि तेल मालिश, श्मशान, बाल कटवाने और सेक्स के बाद स्नान क्यों जरूरी है। यह जानकारी आपके स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है।
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नहाने के चार महत्वपूर्ण समय: चाणक्य के अनुसार

नहाने का महत्व और सही समय

आप सभी जानते हैं कि सुबह नहाना स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। यह न केवल आपको ताजगी प्रदान करता है, बल्कि कई बीमारियों से भी बचाता है।



हालांकि, अधिकांश लोग सुबह स्नान करना पसंद करते हैं, कुछ लोग रात में सोने से पहले या ऑफिस से लौटने के बाद नहाना पसंद करते हैं। चाणक्य ने चार विशेष स्थितियों का उल्लेख किया है, जब स्नान करना अनिवार्य होता है। आइए, इन चार स्थितियों के बारे में विस्तार से जानते हैं।


इन चार स्थितियों में नहाना आवश्यक है

1. जब आप अपने शरीर पर तेल लगाते हैं, तो स्नान करना आवश्यक होता है। मालिश के बाद स्नान करने का विधान है, क्योंकि इससे शरीर के रोम छिद्र खुल जाते हैं और शरीर का गंदगी बाहर निकलता है।


नहाने के चार महत्वपूर्ण समय: चाणक्य के अनुसार


2. श्मशान जाने के बाद भी स्नान करना आवश्यक है। यदि आप किसी मृत्यु शोक में शामिल होते हैं और श्मशान जाते हैं, तो वहां से लौटने के बाद स्नान करना अनिवार्य है।



3. बाल कटवाने के बाद भी स्नान करना जरूरी है। बाल कटवाने पर शरीर पर छोटे बालों के टुकड़े रह जाते हैं, जिन्हें साफ करना आवश्यक है।



4. सेक्स के बाद भी स्नान करने का प्रावधान है। चाणक्य के अनुसार, स्त्री के साथ संबंध बनाने के बाद स्नान करना अनिवार्य है, क्योंकि इससे संक्रमण का खतरा कम होता है।