नवरात्रि में दुर्गा पूजा के महत्व और समृद्धि के उपाय

नवरात्रि का विशेष महत्व
नवरात्रि का पर्व देवी दुर्गा की पूजा के लिए एक विशेष समय माना जाता है। इस नौ दिवसीय उत्सव के दौरान, भक्त देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना करते हैं। यदि आप अपने घर से आर्थिक तंगी को दूर करना चाहते हैं, तो देवी दुर्गा की सप्तशती का पाठ करें। इसे 108 बार पढ़ने से आर्थिक संकट कम होता है और समृद्धि आती है। देवी दुर्गा के सूक्त का पाठ भी अत्यंत शुभ माना जाता है। दोनों का पाठ करने से सभी बाधाएं दूर होने की मान्यता है।
दुर्गा सप्तशती का पाठ

विंध्यधाम के विद्वान आचार्य, पंडित अनुपम महाराज ने बताया कि नवरात्रि के दौरान देवी दुर्गा का सबसे शुभ पाठ दुर्गा सप्तशती है। "सर्वाबाधा-विनिर्मुक्तो, धनधान्यसुतान्वितः, मनुष्यो मत्प्रसादेन भविष्यति न संशयः।" इस मंत्र के साथ, आप दुर्गा सप्तशती का पाठ 9, 27, या 108 बार कर सकते हैं। इस पाठ के बाद, एक हवन का आयोजन करें। हवन के बाद, कन्याओं और ब्राह्मणों को भोजन कराएं। यदि संभव हो, तो देवी को सजाएं। ऐसा करने से न केवल धन और समृद्धि आएगी, बल्कि सुख और खुशहाली भी मिलेगी।
सूक्त का पाठ
आप सूक्त का पाठ भी करा सकते हैं।
आचार्य पंडित अनुपम महाराज ने बताया कि आप माँ विंध्यवासिनी के मंदिर में श्री सूक्त का पाठ करा सकते हैं। इसे कम से कम 1600 बार पढ़ें, और फिर पूर्णिमा के दिन हवन करें। इससे कर्ज से राहत मिलती है और आर्थिक संकट समाप्त होता है। यह जीवन में सुख और समृद्धि लाता है। ये दोनों पाठ नवरात्रि के दौरान बहुत विशेष होते हैं। यदि भक्त इन पाठों को घर पर करना चाहते हैं, तो वे ऐसा कर सकते हैं। उचित पूजा के बाद पाठ करने से निश्चित रूप से इच्छित परिणाम मिलेंगे, और देवी सभी दुखों को दूर करेंगी।
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