
शारदीय नवरात्रि का पर्व नजदीक है, जिसमें भक्तजन मां दुर्गा की आराधना करते हैं। इस दौरान भक्तजन मां को प्रसन्न करने के लिए उपवास रखते हैं। अधिकांश लोग इन 9 दिनों में उपवास करते हैं, जबकि कुछ फलाहार करते हैं। हालांकि, कुछ व्यक्तियों को इस दौरान उपवास से बचना चाहिए। आइए जानते हैं कि किन लोगों को नवरात्रि के 9 दिनों में व्रत नहीं रखना चाहिए।
गर्भवती महिलाएं व्रत से बचें
गर्भवती महिलाओं को 9 दिनों तक कठोर उपवास से दूर रहना चाहिए। विशेषज्ञों के अनुसार, व्रत के दौरान अनाज का सेवन न करने से शरीर को आवश्यक पोषण नहीं मिल पाता, जो गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए हानिकारक हो सकता है। गर्भवती महिलाओं को अपने डॉक्टर की सलाह पर ही व्रत रखना चाहिए।
नई माताएं
जिन महिलाओं ने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया है, उन्हें भी 9 दिनों तक उपवास से बचना चाहिए। नवजात को 6 महीने तक मां का दूध पिलाना आवश्यक होता है, और इस दौरान संतुलित आहार लेना जरूरी है। कम खाने से नई माताओं में कमजोरी आ सकती है।
डायबिटीज के मरीज
डायबिटीज से ग्रसित व्यक्तियों को लंबे समय तक उपवास नहीं रखना चाहिए। उन्हें अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है और समय पर दवाई लेनी होती है। उपवास के दौरान शुगर लेवल को नियंत्रित करना मुश्किल हो सकता है, इसलिए उन्हें डॉक्टर की सलाह पर ही व्रत रखना चाहिए।