नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा का महत्व

नवरात्रि के अष्टमी दिन मां महागौरी की पूजा का विशेष महत्व है। इस दिन भक्त विशेष रूप से नारियल अर्पित करते हैं और मां को 16 श्रृंगार से सजाते हैं। पूजा विधि में कन्या पूजन का भी महत्व है। जानें इस दिन की विशेष पूजा विधि और इसके लाभ।
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नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा का महत्व

महागौरी की पूजा का विशेष दिन


नवरात्रि का पर्व शक्ति की आराधना और भक्ति के लिए विशेष माना जाता है। नवरात्रि का आठवां दिन, जिसे अष्टमी कहा जाता है, इस पर्व का सबसे महत्वपूर्ण दिन होता है। इस दिन मां दुर्गा की विशेष पूजा की जाती है और भक्तजन विशेष तप करते हैं। नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। भक्तों को मां महागौरी की पूजा करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए: मां महागौरी को नारियल बहुत प्रिय हैं। इसलिए, पूजा करने वाले भक्तों को विशेष फूलों से सजना चाहिए और मां को नारियल अर्पित करना चाहिए, जिसे प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटा जाए।


नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा का महत्व

विंध्यधाम के विद्वान् पंडित अनुपम महाराज ने बताया कि अष्टमी नवरात्रि के नौ दिनों में बहुत खास मानी जाती है। इस दिन विशेष पूजा का आयोजन किया जाता है। नवरात्रि के आठवें दिन मां महागौरी की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन मां महागौरी पूरी तरह से आनंदित होती हैं और भक्तों के लिए विशेष रूप से सजती हैं। इस दिन मां को 16 श्रृंगार से सजाया जाता है और वह कपूर-गौर के रूप में प्रकट होती हैं। मां का रूप पूरी तरह से सफेद होता है और उनके पास विभिन्न प्रकार के अस्त्र होते हैं।


पूजा और अर्पण की विधि

पंडित अनुपम महाराज ने बताया कि मां महागौरी को नारियल बहुत पसंद हैं। इसलिए, भक्तों को नारियल को प्रसाद के रूप में अर्पित करना चाहिए। जो भक्त इस दिन मां के दरबार में ध्वज फहराते हैं, उन्हें हर क्षेत्र में सफलता और विजय प्राप्त होती है। इस दिन मां के मंदिर में अनुष्ठान करने से यज्ञ के पूर्ण लाभ मिलते हैं। भक्तों को अन्य विशेष पाठ, जैसे सच्चंडी का पाठ भी करना चाहिए। देवी भागवत के अनुसार, इस दिन कन्या पूजन (लड़कियों की पूजा) का आयोजन किया जाना चाहिए और अर्पण कन्या को दिया जाना चाहिए। मां को विभिन्न प्रकार के फूलों से सजाएं, नारियल अर्पित करें, और फिर प्रसाद को भक्तों में बांटें।


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