नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन का महत्व और विधि

नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। इस अवसर पर कन्याओं की पूजा करने से भक्त को सुख, शांति और समृद्धि प्राप्त होती है। जानें कैसे करें कन्या पूजन और किन चीजों का ध्यान रखें। पंडित शत्रुघ्न झा के अनुसार, कन्याओं की पूजा से देवी दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस लेख में कन्या पूजन की विधि और इसके सामाजिक महत्व के बारे में विस्तार से बताया गया है।
 | 
नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन का महत्व और विधि

कन्या पूजन का महत्व


नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व होता है। इस अवसर पर कन्या भोज का आयोजन किया जाता है। जमुई के ज्योतिषी, पंडित शत्रुघ्न झा के अनुसार, देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा के बाद कन्याओं की पूजा करने से नवरात्रि के सभी लाभ प्राप्त होते हैं। उन्होंने सलाह दी कि कन्या पूजन नवरात्रि के अंतिम दिन करना चाहिए।


कन्या पूजन की विधि

नवरात्रि के अंतिम दिन कन्या पूजन का महत्व और विधि

उन्होंने बताया कि कन्या पूजन के दौरान कन्याओं की उम्र का ध्यान रखना चाहिए, और यह भी जानना चाहिए कि पूजन में क्या करना है और उन्हें कौन-सा भोजन देना है। पंडित झा ने कहा कि 2 से 10 वर्ष की लड़कियों को देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों के रूप में माना जाता है। उनकी पूजा करने से भक्त को सुख, शांति और समृद्धि मिलती है। उन्होंने यह भी कहा कि कन्या पूजन से घर में लक्ष्मी आती है और जीवन की कठिनाइयाँ कम होती हैं। पंडित झा ने बताया कि बिना कन्या पूजन के नवरात्रि का व्रत अधूरा माना जाता है।


कन्याओं की पूजा कैसे करें

कन्याओं की पूजा की विधि:

ज्योतिषी ने बताया कि कन्या पूजन के लिए लड़कियों को एक साफ सतह पर बैठाना चाहिए। इसके बाद, चावल, रोली, चंदन का लेप, फूल और आरती की सामग्री एक थाली में तैयार करें। पूजा से पहले कन्याओं के पैरों को धोकर उनका सम्मान करना चाहिए और उनके माथे पर तिलक लगाना चाहिए। इसके बाद, देवी दुर्गा के मंत्रों से कन्याओं की पूजा की जानी चाहिए।


कन्याओं को क्या खिलाना चाहिए

कन्याओं को खिलाने के लिए:
उन्होंने बताया कि लड़कियों को पूरी, बेसन और सूजी का हलवा खिलाया जा सकता है। फलों और मिठाइयों का भी भोग अर्पित किया जा सकता है। पूजा के अंत में उन्हें दक्षिणा, कपड़े या कोई उपयोगी उपहार देकर विदाई दी जानी चाहिए।


कन्या पूजन का सामाजिक महत्व

कन्या पूजन का सामाजिक महत्व:
पंडित शत्रुघ्न झा ने बताया कि कन्या पूजन का धार्मिक महत्व के साथ-साथ सामाजिक महत्व भी है। उन्होंने कहा कि कन्याओं की पूजा, उन्हें देवी का रूप मानकर, भक्त के जीवन में खुशी और सफलता लाती है। यह पूजा नवरात्रि के दौरान की जाती है और भक्तों की इच्छाओं को पूरा करती है। देवी दुर्गा सभी प्रकार की परेशानियों से उनकी रक्षा करती हैं। पंडित झा का मानना है कि श्रद्धा, भक्ति और समर्पण के साथ किया गया कन्या पूजन भक्त के जीवन में चमत्कारी परिवर्तन ला सकता है।


सोशल मीडिया पर साझा करें

PC सोशल मीडिया