नवजात बच्चों में संक्रमण के लक्षण: जानें क्या करें
नवजात बच्चों में संक्रमण के संकेत
बच्चे में इंफेक्शन के लक्षण
नवजात शिशुओं को जन्म के बाद पहले महीने में विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। इस अवधि में किसी भी प्रकार का संक्रमण तेजी से फैल सकता है। कई बार माता-पिता को इसके लक्षणों का पता नहीं चलता, जिससे स्थिति गंभीर हो सकती है। कुछ मामलों में, माता-पिता लक्षणों को सामान्य खांसी या जुकाम समझकर अनदेखा कर देते हैं।
डॉक्टरों ने नवजात बच्चों में संक्रमण के संकेतों के बारे में जानकारी दी है।
बच्चों में संक्रमण के संकेत
गाजियाबाद के जिला अस्पताल के पीडियाट्रिक विभाग के डॉ. विपिनचंद्र उपाध्याय का कहना है कि नवजात शिशु की देखभाल में अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए। बच्चे के शरीर में छोटी सी समस्या भी गंभीर हो सकती है। यदि नवजात का तापमान 100 डिग्री से अधिक है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। इस स्थिति में बच्चे के हाथ, पैर, सिर और पेट गर्म होते हैं। बुखार की जांच के लिए थर्मामीटर का उपयोग करें। यदि तापमान 100 से अधिक है, तो डॉक्टर से संपर्क करें।
दूध न पीना
यदि नवजात शिशु दूध नहीं पी रहा है, तो यह एक गंभीर संकेत है। सामान्यतः बच्चे हर कुछ घंटों में दूध पीते हैं। यदि वह जागते समय दूध नहीं पी रहा है और सुस्त है, तो यह संक्रमण का संकेत हो सकता है। इसके अलावा, यदि बच्चा लगातार रो रहा है, तो इसे भी अनदेखा नहीं करना चाहिए।
बार-बार उल्टी या दस्त होना भी संक्रमण का संकेत है।
बच्चों में संक्रमण के कारण
बैक्टीरिया या वायरस के संपर्क में आना
गंदे हाथों से बच्चे को छूना
बच्चे की इम्यूनिटी कमजोर होना
समय से पहले जन्म लेना
बचाव के उपाय
नवजात शिशु को अधिक लोगों से दूर रखें।
यदि कोई बच्चे को छूता है, तो पहले अपने हाथ धो लें।
साफ कपड़े और बिस्तर का उपयोग करें।
टीकाकरण समय पर कराएं।
