नए साल 2026 में अयोध्या दर्शन: राम मंदिर और हनुमानगढ़ी की यात्रा की पूरी जानकारी

नए साल 2026 में अयोध्या दर्शन की योजना बना रहे हैं? इस लेख में जानें राम मंदिर और हनुमानगढ़ी के दर्शन का समय, टिकट बुकिंग की प्रक्रिया, और यात्रा के लिए आवश्यक जानकारी। अयोध्या की पवित्रता और धार्मिक महत्व के साथ-साथ यहां घूमने की अन्य जगहों के बारे में भी जानें। यह यात्रा आपके लिए एक अद्भुत अनुभव साबित हो सकती है।
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नए साल 2026 में अयोध्या दर्शन: राम मंदिर और हनुमानगढ़ी की यात्रा की पूरी जानकारी

अयोध्या में नए साल का स्वागत

नए साल 2026 में अयोध्या दर्शन: राम मंदिर और हनुमानगढ़ी की यात्रा की पूरी जानकारी

नए साल में करें अयोध्या दर्शन


राम मंदिर और हनुमानगढ़ी अयोध्या: अयोध्या, भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है, जहां त्रेतायुग में उनका जन्म हुआ था। यहीं पर उनका बचपन बीता और यहीं से उन्होंने वनवास के लिए प्रस्थान किया। अयोध्या सरयू नदी के किनारे बसी हुई है और यह हिंदुओं के लिए सात पवित्र तीर्थ स्थलों में से एक मानी जाती है। रामलला के मंदिर के निर्माण के बाद से यहां आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है।


राम मंदिर का निर्माण 5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमि पूजन के साथ शुरू हुआ। 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। इसके बाद से भक्तों की भारी संख्या यहां दर्शन के लिए आने लगी है। राम मंदिर के निकट ही हनुमानगढ़ी का मंदिर है, जहां हनुमान जी माता अंजनी की गोद में विराजमान हैं।


यदि आप नए साल 2026 में अयोध्या आने की योजना बना रहे हैं, तो आइए जानते हैं राम मंदिर और हनुमानगढ़ी के दर्शन का समय, आरती का समय, टिकट बुकिंग और आसपास की घूमने की जगहों के बारे में।


अयोध्या कैसे पहुंचें?

उत्तर प्रदेश की यह भव्य नगरी देश के प्रमुख शहरों से हवाई, रेल और सड़क मार्ग से जुड़ी हुई है। यदि आप दिल्ली, बिहार या अन्य राज्यों से हवाई यात्रा करना चाहते हैं, तो महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा यहां स्थित है, जो बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है।


हवाई अड्डे पर उतरने के बाद आप टैक्सी या कैब लेकर सीधे राम मंदिर जा सकते हैं। सड़क मार्ग से अयोध्या पहुंचना भी सरल है, दिल्ली से इसकी दूरी लगभग 715 किलोमीटर है। ट्रेन से आने के लिए फैजाबाद और अयोध्या के प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर उतरना होगा।


राम मंदिर और हनुमानगढ़ी तक कैसे पहुंचें?

अयोध्या में मंदिरों तक पहुंचना बहुत आसान है। यहां ऑटो रिक्शा और साइकिल रिक्शा जैसे स्थानीय परिवहन के साधन उपलब्ध हैं। राम मंदिर सरयू नदी के किनारे स्थित है, जबकि हनुमानगढ़ी मंदिर एक ऊंची पहाड़ी पर है, जहां जाने के लिए सीढ़ियां चढ़नी होती हैं।


राम मंदिर और हनुमानगढ़ी के दर्शन के लिए टिकट बुकिंग

राम मंदिर के दर्शन के लिए टिकट बुकिंग आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से की जा सकती है। यहां 'Reserve Your Free Passes' या 'Sugam Darshan' विकल्प पर क्लिक करके निःशुल्क दर्शन पास बुक किया जा सकता है। हनुमानगढ़ी के लिए आमतौर पर कोई अनिवार्य टिकट बुकिंग नहीं होती है।


दर्शन का समय

सर्दियों में राम मंदिर में दर्शन का समय सुबह 7 बजे से रात 9:15 बजे तक है। हनुमानगढ़ी में दर्शन का समय सुबह 4 से 5 बजे से रात 10 से 11 बजे तक होता है।


आरती का समय

राम मंदिर में दिन में 6 बार आरती होती है, जिनमें मंगला, श्रृंगार, भोग और शयन आरती शामिल हैं। भक्तों को आमतौर पर मंगला, श्रृंगार और शयन आरती में शामिल होने के लिए पास की आवश्यकता होती है। हनुमानगढ़ी में आरती सुबह 6:00 बजे और शाम को सूर्यास्त के बाद होती है।


वीआईपी दर्शन की व्यवस्था

राम मंदिर में वीआईपी दर्शन के लिए ऑनलाइन पास बुक किया जा सकता है। सुगम दर्शन में 300 रुपये प्रति व्यक्ति का पास मिलता है, जिससे लंबी कतारों से बचकर सीधे दर्शन किए जा सकते हैं। हनुमानगढ़ी में भी वीआईपी लोगों के लिए अलग लाइन होती है।


परिवार के लिए गाइड

राम मंदिर में वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगों के लिए निःशुल्क व्हीलचेयर उपलब्ध हैं। आधार कार्ड आवश्यक है। मोबाइल फोन, पर्स और जूते मंदिर परिसर के बाहर रखने होते हैं।


अयोध्या में घूमने की अन्य जगहें

कनक भवन: यह महल त्रेतायुग में रानी कैकई द्वारा माता सीता को उपहार में दिया गया था।


दशरथ महल: यह महल राजा दशरथ का निवास स्थान था।


नागेश्वर नाथ मंदिर: यह मंदिर राम की पैड़ी पर स्थित है।


सूर्यकुंड: यह स्थान भगवान राम के अयोध्या लौटने पर सूर्य के ठहरने का प्रतीक है।


राम की पैड़ी: यह एक पिकनिक स्पॉट है, जहां लेजर शो आयोजित होता है।


सीता रसोई: यह राम मंदिर परिसर में स्थित एक मंदिर है।