ध्रुव जुरेल की विकेटकीपिंग पर उठे सवाल, पूर्व खिलाड़ी ने दी सलाह

ध्रुव जुरेल की विकेटकीपिंग पर चर्चा
चौथे दिन के टेस्ट मैच में, रिजर्व विकेटकीपर ध्रुव जुरेल ने नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत की अनुपस्थिति में वही रणनीति अपनाई जो जेमी स्मिथ ने भारतीय बल्लेबाजी के दौरान की थी। उन्होंने स्टंप्स के करीब रहकर बल्लेबाजों को परेशान करने का प्रयास किया। जेमी को इसका सीधा लाभ मिला, और ध्रुव को भी। ध्रुव के निकट रहने के कारण हैरी ब्रुक ने एक असंतोषजनक शॉट खेला और वह बोल्ड हो गए। ध्रुव ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ विकेट के पास रहकर अच्छा प्रदर्शन किया, लेकिन भारतीय अंडर-19 के विकेटकीपर मोहन चतुर्वेदी ने कहा कि जुरेल की विकेटकीपिंग में सुधार की कई बातें हैं।
मोहान चतुर्वेदी की टिप्पणियाँ
चतुर्वेदी ने कहा, "ध्रुव ने तेज गेंदबाजों के खिलाफ आकर विकेटकीपिंग करने का प्रभावी निर्णय लिया, लेकिन वह सभी गेंदों को साइड से पकड़ रहे थे। इसके अलावा, वह गेंदों को शरीर से दूर से इकट्ठा कर रहे थे, जिससे अगर बैट का बाहरी या आंतरिक किनारा लगता है, तो गेंद छूटने की संभावना बढ़ जाती है।" यह बात तब सही साबित हुई जब लंच के बाद आकाश दीप की पहली गेंद ने रूट के बैट का बाहरी किनारा लिया, लेकिन ध्रुव उसे पकड़ नहीं सके।
ध्रुव की तकनीक में खामियाँ
चतुर्वेदी ने आगे कहा, "ध्रुव की तकनीक में सबसे बड़ी कमी यह है कि उसका दाहिना हाथ गेंद के पीछे पूरी तरह से नहीं होता। इसलिए गेंद उसके हाथ के मध्य में नहीं आती या वह गेंद से दूर रहता है। अक्सर उसके दस्ताने गेंद को पकड़ने से पहले ही बंद हो जाते हैं।" उन्होंने सुझाव दिया कि ध्रुव को इन पहलुओं पर जल्द से जल्द काम करना होगा।
सामाजिक मीडिया पर प्रतिक्रियाएँ
ध्रुव जुरेल ऋषभ पंत के लिए बैकअप विकेटकीपर नहीं बन सकते, बल्लेबाजी की बात तो छोड़ ही दें, विकेटकीपिंग कौशल में वह ऋषभ से बहुत पीछे हैं!
— प्रांचल कपाड़िया (@PranchalKapadi4) July 13, 2025
ध्रुव की प्रदर्शन पर विचार
कोई भी इस बात से इनकार नहीं कर सकता कि चौथे दिन रन बहुत अधिक थे। इसका मुख्य कारण यह था कि ध्रुव ने गेंद को पकड़ने के लिए अपने अंगूठे का सहारा लिया, जबकि गेंद उनके पास से दूर जा रही थी। अधिकांश लोग उनके प्रदर्शन से प्रभावित दिख रहे थे, लेकिन लंच के बाद उनकी टिप्पणियाँ अलग थीं।