धीरेंद्र शास्त्री की प्रेमानंद महाराज से वृंदावन में मुलाकात

बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र शास्त्री ने वृंदावन में प्रेमानंद महाराज से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने महाराज का आशीर्वाद लिया और उनकी स्वास्थ्य स्थिति के बारे में जानकारी प्राप्त की। धीरेंद्र शास्त्री ने महाराज को अपनी पदयात्रा में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया। जानें इस मुलाकात में क्या खास बातें हुईं और महाराज की तबीयत के बारे में क्या जानकारी मिली।
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धीरेंद्र शास्त्री की प्रेमानंद महाराज से वृंदावन में मुलाकात

धीरेंद्र शास्त्री का प्रेमानंद महाराज से व्यक्तिगत दौरा

धीरेंद्र शास्त्री की प्रेमानंद महाराज से वृंदावन में मुलाकात

धीरेंद्र शास्त्री और प्रेमानंद महाराज की मुलाकात

प्रेमानंद महाराज की स्वास्थ्य स्थिति इन दिनों ठीक नहीं है, जिसके कारण वे अपने अनुयायियों से नहीं मिल पा रहे हैं। बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर, पंडित धीरेंद्र शास्त्री, मंगलवार को अचानक वृंदावन पहुंचे और प्रेमानंद महाराज से मिलने का निर्णय लिया। उन्होंने सीधे श्री हित राधा केलि कुंज आश्रम जाकर महाराज का आशीर्वाद लिया और उनकी तबीयत के बारे में जानकारी ली। इस दौरान दोनों के बीच कुछ संवाद भी हुआ।

धीरेंद्र शास्त्री का यह दौरा किसी सार्वजनिक कार्यक्रम के लिए नहीं था, बल्कि यह प्रेमानंद महाराज से व्यक्तिगत मुलाकात के उद्देश्य से था। आश्रम में पहुंचकर उन्होंने वहां उपस्थित सभी लोगों का अभिवादन स्वीकार किया और प्रेमानंद महाराज को दंडवत प्रणाम किया।

बातचीत का सारांश

बागेश्वर बाबा ने प्रेमानंद जी से आशीर्वाद लेकर कहा कि वे मायाजाल में फंसे हुए थे, लेकिन अब भगवान की कृपा से उनके दर्शन के लिए आए हैं। इस पर महाराज जी ने उत्तर दिया कि भगवान के पार्षद जीवों को मायाजाल से मुक्त करने के लिए जाते हैं। उन्होंने धीरेंद्र शास्त्री को सलाह दी कि जहां भी जाएं, भगवत नाम का जाप करें, इससे मायाजाल से मुक्ति मिलती है।

इसके अलावा, धीरेंद्र शास्त्री ने प्रेमानंद महाराज को अपनी दिल्ली से वृंदावन तक चलने वाली सनातन एकता पदयात्रा में शामिल होने का निमंत्रण दिया। यह यात्रा 16 नवंबर तक चलेगी। बातचीत के अंत में, धीरेंद्र शास्त्री ने महाराज जी से कहा कि आप जैसे महान व्यक्तियों की कृपा हमेशा बनी रहे।

यह भी ध्यान देने योग्य है कि प्रेमानंद महाराज की तबीयत खराब होने के कारण उनकी रात्रिकालीन पदयात्रा फिलहाल स्थगित है, जिससे उनके भक्त निराश हैं। प्रेमानंद महाराज किडनी की बीमारी से ग्रसित हैं और उन्हें सप्ताह में पांच दिन डायलिसिस करानी पड़ती है।