धर्मेंद्र प्रधान का राहुल गांधी पर तीखा हमला, छठ पर्व का अपमान बताया

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने राहुल गांधी पर छठ पर्व के संबंध में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि राहुल का बयान करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है और यह कांग्रेस की प्रधानमंत्री मोदी के प्रति नफरत को दर्शाता है। प्रधान ने राहुल से सार्वजनिक माफी की मांग की है। जानें इस विवाद के पीछे की पूरी कहानी और राजनीति में इसके प्रभाव को।
 | 
धर्मेंद्र प्रधान का राहुल गांधी पर तीखा हमला, छठ पर्व का अपमान बताया

धर्मेंद्र प्रधान का बयान

धर्मेंद्र प्रधान का राहुल गांधी पर तीखा हमला, छठ पर्व का अपमान बताया

धर्मेंद्र प्रधान.Image Credit source: Facebook


केंद्रीय मंत्री और भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री और छठ पर्व के खिलाफ अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया है, जो चुनाव में हार के डर का परिणाम है।


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी के बयान की निंदा करने के लिए कोई शब्द पर्याप्त नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछले दो दशकों से बिहार की जनता राजद और कांग्रेस के जंगल राज के खिलाफ वोट देती आ रही है।


उन्होंने यह भी याद दिलाया कि राहुल गांधी पहले भी प्रधानमंत्री मोदी की मां का अपमान कर चुके हैं। प्रधान ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी नीतीश कुमार पर बयान देने वाले कौन होते हैं?


छठ पर्व का अपमान

राहुल गांधी ने महापर्व छठ का अपमान किया… धर्मेंद्र प्रधान


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी का छठ पर्व का अपमान करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाता है। उनका बयान सनातन संस्कृति के प्रति उनकी घृणा को दर्शाता है और यह कांग्रेस की प्रधानमंत्री मोदी के प्रति गहरी नफरत को भी उजागर करता है।



उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की यह बयानबाजी उनकी सामंतवादी सोच और राजनीतिक कुंठा को दर्शाती है। यह वही मानसिकता है, जो पहले भी प्रधानमंत्री और उनकी माताजी के प्रति अमर्यादित वक्तव्य देती रही है।


माफी की मांग

देश की जनता से माफी मांगने की मांग की


धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि राहुल गांधी और उनके महा-ठगबंधन ने हमेशा बिहार के गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं की आकांक्षाओं को कुचला है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता विकास और सुशासन चाहती है, न कि परिवारवाद और नफरत की राजनीति।



उन्होंने राहुल गांधी से अपील की कि उन्हें अपने अपमानजनक बयान के लिए बिहार और देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।