धर्मेंद्र प्रधान का दावा: बिहार में NDA को मिलेगी 160 सीटें

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बाद एनडीए को 160 सीटें मिलने का दावा किया है। उन्होंने कहा कि इस बार बंपर वोटिंग हुई है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी भी अधिक रही। प्रधान ने कांग्रेस के अस्तित्व को नकारते हुए महागठबंधन में चल रहे झगड़ों का भी जिक्र किया। उनके अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए विकास के लिए प्रतिबद्ध है। जानें और क्या कहा प्रधान ने इस चुनावी माहौल में।
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धर्मेंद्र प्रधान का दावा: बिहार में NDA को मिलेगी 160 सीटें

बिहार विधानसभा चुनाव में बंपर वोटिंग

धर्मेंद्र प्रधान का दावा: बिहार में NDA को मिलेगी 160 सीटें

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का बड़ा दावा

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न हो चुका है। इस बार चुनाव में वोटिंग की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शुक्रवार को एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि लोगों ने एनडीए सरकार के पक्ष में मतदान किया है और उन्हें विश्वास है कि बिहार में एनडीए को 160 सीटें मिलेंगी।

उन्होंने बताया कि इस बार की वोटिंग विकास के लिए की गई है, जिसमें महिलाओं की भागीदारी भी काफी अधिक रही है। प्रधान ने कहा कि हम नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ रहे हैं। जंगलराज पार्ट-2 के सवाल पर उन्होंने कहा कि कुछ घटनाओं को छोड़कर चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ है।

NDA का नया दिशा दिखाने का दावा

केंद्रीय मंत्री ने बंपर वोटिंग के संदर्भ में कहा कि यह वोट एनडीए को नई दिशा और परिवर्तन लाने के लिए दिया गया है। उन्हें पूरा विश्वास है कि लोगों ने मोदी-नीतीश के नाम पर एनडीए को वोट दिया है। अल्पसंख्यक वोटों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि एनडीए सभी वर्गों के विकास की बात करता है और किसी विशेष वर्ग पर भरोसा नहीं करता।

कांग्रेस का बिहार में कोई अस्तित्व नहीं

धर्मेंद्र प्रधान ने यह भी कहा कि कांग्रेस का बिहार में कोई अस्तित्व नहीं है, जैसा कि उनकी पार्टी के लोग भी मानते हैं। महागठबंधन में आपसी झगड़े चल रहे हैं और तेजस्वी और कांग्रेस के बीच कोई ठोस गठबंधन नहीं है। उन्होंने कहा कि एनडीए की जीत निश्चित है।

नीतीश कुमार पर टिप्पणी विवादित

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि नीतीश कुमार के बारे में की गई नकारात्मक टिप्पणियां गलत हैं। खासकर तेजस्वी को ऐसा नहीं कहना चाहिए, क्योंकि नीतीश उनके पिता तुल्य हैं। इस तरह की बयानबाजी बिहार के गरीब और पिछड़े लोगों को आहत करती है।