धर्मस्थल हत्याकांड में आरोपी की पुलिस हिरासत बढ़ाई गई

धर्मस्थल हत्याकांड में आरोपी सी.एन. चिन्नैया की पुलिस हिरासत को बढ़ा दिया गया है। विशेष जांच दल को स्थानीय निवासियों से नई जानकारी मिली है, जिसमें शवों को दफनाने के स्थानों का उल्लेख है। ग्रामीणों ने अधिकारियों से निष्पक्ष जांच की अपील की है। इस मामले में चिन्नैया के दावों ने विवाद को और बढ़ा दिया है। जानें पूरी कहानी में क्या है खास।
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धर्मस्थल हत्याकांड में आरोपी की पुलिस हिरासत बढ़ाई गई

पुलिस हिरासत का विस्तार

एक न्यायालय ने धर्मस्थल में हत्याओं, दुष्कर्म और शवों को दफनाने के आरोप में सी.एन. चिन्नैया की पुलिस हिरासत को बुधवार, छह सितंबर तक बढ़ा दिया है। विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस मामले से जुड़े आरोपों की जांच करते हुए शिकायतकर्ता को 23 अगस्त को गिरफ्तार किया था।


अदालत में पेशी

आरोपी चिन्नैया को 12 दिन की हिरासत अवधि समाप्त होने के बाद आज अपराह्न तीन बजे बेल्थांगडी की अतिरिक्त दीवानी और प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेट अदालत में न्यायाधीश विजयेंद्र एच.टी. के समक्ष पेश किया गया। अदालत ने आदेश दिया कि उसे छह सितंबर तक एसआईटी के पास वापस भेजा जाए।


नयी जानकारी का खुलासा

इस बीच, धर्मस्थल मामले की जांच कर रही एसआईटी को स्थानीय निवासियों से नई जानकारी प्राप्त हुई है। लोगों का कहना है कि उन्होंने शवों को दफनाते हुए देखा है और वे जांचकर्ताओं को उन स्थानों तक ले जाने के लिए तैयार हैं।


गांव वालों का बयान

एक पत्र में निवासी तुकाराम गौड़ा ने बताया कि कुछ ग्रामीणों ने विशेष स्थानों पर शवों को गुप्त रूप से दफनाते देखा था। उन्होंने कहा कि ये स्थान जानबूझकर चुने गए थे ताकि यह गतिविधि लोगों की नजरों से छिपी रहे।


गवाहों का सहयोग

गौड़ा ने कहा कि गवाह जांच अधिकारियों को सही स्थान दिखाने के लिए तैयार हैं। ग्रामीणों का प्रतिनिधित्व करते हुए गौड़ा ने अधिकारियों से निष्पक्ष जांच करने का अनुरोध किया और स्थानीय लोगों से सहयोग का आश्वासन दिया।


जांच की प्रगति

हालांकि, एसआईटी ने पत्र का जवाब नहीं दिया है, लेकिन अधिकारियों ने संकेत दिया है कि सभी सुरागों की जांच की जाएगी। यह विवाद तब शुरू हुआ जब चिन्नैया ने दावा किया कि उसने समय-समय पर धर्मस्थल में कई शवों को दफनाया था, जिनमें यौन उत्पीड़न के निशान वाली महिलाओं के शव भी शामिल थे।