धनतेरस 2025: आर्थिक समृद्धि के लिए 5 सरल उपाय
धनतेरस का महत्व और उपाय
धनतेरस का पर्व दिवाली के पांच दिवसीय उत्सव की शुरुआत करता है, जो कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस दिन मां लक्ष्मी, भगवान कुबेर और यमराज की पूजा करने से धन, समृद्धि और सुरक्षा का आशीर्वाद प्राप्त होता है। ज्योतिष और धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, धनतेरस पर कुछ विशेष उपाय करने से आर्थिक स्थिरता बनी रहती है और घर में मां लक्ष्मी का वास होता है। आइए जानते हैं इस साल धनतेरस पर कौन से 5 सरल उपाय अपनाने से आर्थिक तंगी से बचा जा सकता है।
कुबेर और लक्ष्मी की पूजा
धनतेरस के दिन सूर्यास्त के बाद 13 दीपक जलाने की परंपरा है। इसके बाद भगवान कुबेर और मां लक्ष्मी की पूजा करें। पूजा में चंदन, धूप, दीप, नैवेद्य, फल और फूल अर्पित करें। इस दौरान मंत्र का उच्चारण करें: ‘यक्षाय कुबेराय वैश्रवणाय धन-धान्याधिपतये, धन-धान्य समृद्धि मे देहि दापय दापय स्वाहा।’ इस मंत्र का जाप करने से धन में वृद्धि होती है।
लौंग का जोड़ा अर्पित करें
धनतेरस से लेकर दीपावली तक मां लक्ष्मी की पूजा करना शुभ माना जाता है। पूजा के समय देवी को लौंग का एक जोड़ा अर्पित करें। इससे घर की आर्थिक समस्याएं दूर होती हैं और धन-धान्य में वृद्धि होती है।
तिजोरी में मां लक्ष्मी की तस्वीर
धनतेरस के दिन तिजोरी या गल्ले पर मां लक्ष्मी की वह तस्वीर लगाएं जिसमें वे कमल पर विराजमान होकर धन की वर्षा कर रही हों। यह छवि घर में स्थायी सुख और समृद्धि का आशीर्वाद लाती है।
मुख्य द्वार पर शुभ प्रतीक
धनतेरस के दिन हल्दी और चावल को पीसकर एक पेस्ट बनाएं और घर के मुख्य द्वार पर ‘ॐ’ का चिह्न बनाएं। यह प्रतीक मां लक्ष्मी के स्वागत का संकेत है और इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
घर का शुद्धिकरण
यदि लंबे समय से कार्यों में बाधाएं आ रही हैं या धन प्राप्ति में रुकावटें हैं, तो धनतेरस के दिन दक्षिणावर्ती शंख से शुद्धिकरण करें। शंख में स्वच्छ जल भरकर घर के चारों ओर छिड़काव करें। इसके साथ चीनी, बताशा, खीर और चावल का दान करें। यह उपाय नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और मां लक्ष्मी के आगमन का मार्ग प्रशस्त करता है।