धन की देवी लक्ष्मी को प्रसन्न करने के वास्तु टिप्स

धन की देवी लक्ष्मी के प्रति सजगता
वास्तु टिप्स: कहा जाता है कि धन की देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) किसी भी व्यक्ति को धनवान बना सकती हैं या फिर रईस को दरिद्र कर सकती हैं। ऐसे में लोग उन्हें खुश रखने के लिए कई उपाय करते हैं। लेकिन कई बार लोग अपने घर में कुछ ऐसी गलतियाँ कर देते हैं, जिससे मां लक्ष्मी की कृपा उन पर से हट जाती है।
आर्थिक तंगी का संकेत
यदि आपके घर में धन का प्रवाह नहीं हो रहा है और आप आर्थिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो यह संकेत है कि माता लक्ष्मी आपसे नाराज हैं। यदि आप उन्हें फिर से प्रसन्न करना चाहते हैं, तो इस लेख में दी गई जानकारी को ध्यान से पढ़ें और अपने जीवन में लागू करने का प्रयास करें। इससे आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
लक्ष्मी की सही प्रतिमा का चयन
Goddess Lakshmi की सही प्रतिमा लगाएं
कई बार हम भक्ति तो करते हैं, लेकिन उसमें कुछ खामियां रह जाती हैं। मां लक्ष्मी की तीन प्रकार की प्रतिमाएं होती हैं। एक जिसमें वह कमल पर विराजमान होती हैं, दूसरी जिसमें वह खड़ी होती हैं, और तीसरी जिसमें उनके पैर कमल के अंदर छिपे होते हैं। आपको तीसरी प्रतिमा अपने घर में स्थापित करनी चाहिए।
गलत मूर्तियों से बचें
भूलकर भी घर में न लगाएं ऐसी मूर्ति
यदि आप चाहते हैं कि देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) आपसे हमेशा प्रसन्न रहें, तो घर में खड़ी मुद्रा वाली मूर्ति स्थापित न करें। इसके अलावा, जिस प्रतिमा में उनका वाहन उल्लू हो, उसे भी न लगाएं। हमेशा हाथी के साथ उनकी प्रतिमा लगाना चाहिए। मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की गरुड़ पर स्थापित मूर्ति भी शुभ होती है।
गणेश जी के साथ मूर्तियों का संयोजन
गणेश जी के साथ न लगाएं तस्वीर
भगवान शिव और माता पार्वती के पुत्र गणेश को सनातन धर्म में सबसे पहले पूजा जाता है। लेकिन अपने घर में देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) और गणेश जी की मूर्तियां एक साथ न लगाएं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, केवल दीवाली के दिन ही इन दोनों की पूजा एक साथ होती है। साथ ही घर में प्लास्टिक या प्लास्टर ऑफ पेरिस की मूर्तियां न लगाएं।
मूर्ति की दिशा का ध्यान रखें
केवल इसी दिशा में लगाएं मां लक्ष्मी की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार, देवी लक्ष्मी (Goddess Lakshmi) की मूर्ति को हमेशा उत्तर-पूर्व दिशा में रखना चाहिए। इसके अलावा, घर में एक से अधिक मां लक्ष्मी की मूर्तियां या प्रतिमाएं न लगाएं।