दुनिया के सबसे अजीब जूस: घिनौने पेय जो लोग पीते हैं

गर्मी के मौसम में ताजे फलों के जूस का आनंद लेने के लिए लोग उत्साहित होते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया के कुछ देशों में अजीब और घिनौने जूस भी पीए जाते हैं? मंगोलिया से लेकर चीन तक, ये पेय स्वास्थ्य लाभ के लिए जाने जाते हैं, लेकिन सुनने में ही घिनौने लगते हैं। जानें इन अजीब जूस के बारे में और जानें कि लोग इन्हें क्यों पसंद करते हैं।
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अजीब जूस का सफर

दुनिया के सबसे अजीब जूस: घिनौने पेय जो लोग पीते हैं
दुनिया के सबसे अजीब जूस: घिनौने पेय जो लोग पीते हैं


गर्मी का मौसम आते ही लोग ताजे फलों के जूस का आनंद लेने के लिए तैयार हो जाते हैं। बाजार में स्ट्रॉबेरी, आम और अन्य फलों के जूस की भरमार होती है, जो न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद माने जाते हैं। हालांकि, कुछ देशों में ऐसे अजीब और घिनौने जूस भी पीए जाते हैं कि सुनकर ही मन उबकाई करने लगे। ये पेय स्वास्थ्य लाभ के लिए जाने जाते हैं और वहां के लोग इन्हें स्वादिष्ट मानते हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही जूस के बारे में।


मंगोलिया में भेड़ की आंखों की पुतली का जूस बनाया जाता है, जिसे टमाटर के जूस में मिलाया जाता है। कहा जाता है कि यह शराब के नशे को कम करने में मदद करता है। इस जूस में एंटीऑक्सीडेंट्स, विटामिन सी और ए होते हैं, और इसका कोई खास स्वाद नहीं होता।


दक्षिण कोरिया में टोंगसुल नामक पेय का सेवन किया जाता है, जिसमें छोटे बच्चों की पॉटी को तीन से चार दिन तक फ्रिज में रखा जाता है। फिर इसे पानी में मिलाकर किण्वित किया जाता है। जब इसकी गंध तेज हो जाती है, तब इसे चावल के साथ मिलाकर पिया जाता है। इसे शरीर के दर्द और जलन में राहत देने वाला माना जाता है।


पेरू में मेंढक का जूस काफी प्रसिद्ध है, जिसमें मेंढक को मारकर पानी के साथ मिलाया जाता है और फिर मसाले और शहद मिलाए जाते हैं। इसके कारण मेंढकों की संख्या में कमी आ रही है।


यूएस के माइक्रोनेशिया में चमगादड़ का सूप बहुत पसंद किया जाता है, लेकिन इसकी तैयारी से पहले चमगादड़ को पकाने पर पेशाब जैसी गंध आती है। इसके बावजूद, इसे खाने से कई बीमारियों का खतरा होता है।


चीन में चूहे के बच्चों से वाइन बनाई जाती है, जिसमें चूहे के बच्चों को चावल की वाइन में डुबोया जाता है। इसे एक साल पहले बनाया जाता है और इसके सेवन से अस्थमा और लिवर की समस्याओं में राहत मिलती है।