दिवाली पर ज़ोहो पटाखों की वायरल तस्वीर ने सबका ध्यान खींचा

सोशल मीडिया पर ज़ोहो पटाखों की चर्चा

दिवाली पर 'ज़ोहो पटाखे' हुए वायरल
सोशल मीडिया पर एक तस्वीर तेजी से फैल रही है, जिसने सभी का ध्यान आकर्षित किया है। यह तस्वीर 'ज़ोहो' ब्रांड के पटाखों की है। एक यूजर प्रवाल सिंह ने इसे सबसे पहले साझा किया, जिसके बाद इंटरनेट पर चुटकुलों और शुभकामनाओं की बाढ़ आ गई। यह तस्वीर इस बात का प्रमाण है कि ज़ोहो अब केवल एक सॉफ्टवेयर कंपनी नहीं, बल्कि एक लोकप्रिय नाम बन चुका है।
‘सिवाकासी नहीं, तेनकासी में बने पटाखे’
प्रवाल सिंह ने इस तस्वीर को एक मजेदार कैप्शन के साथ साझा किया। उन्होंने लिखा, “सभी पटाखे सिवाकासी में नहीं बनते। कुछ तेनकासी में भी बनते हैं। 😉 किसी ने सचमुच इस दिवाली @Zoho ब्रांडेड पटाखे बना दिए!”
Not all fireworks are made in Sivakasi. Some are made in Tenkasi. 😉
Someone literally made @Zoho branded firecrackers this Diwali! 🇮🇳🧨😎#GoZoho #ZohoWaliDiwali❤️ pic.twitter.com/AgObgJQ6Hg
— Praval Singh (@Praval) October 20, 2025
तमिलनाडु का सिवाकासी शहर भारत की 'पटाखा राजधानी' के रूप में जाना जाता है, जहां अधिकांश पटाखे निर्मित होते हैं। वहीं, तेनकासी वह स्थान है जहां ज़ोहो ने अपना पहला ग्रामीण कार्यालय खोला था।
श्रीधर वेंबू की प्रतिक्रिया
इस वायरल पोस्ट पर श्रीधर वेंबू ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने मजाक में शामिल होते हुए इस पोस्ट को रीपोस्ट किया और सभी को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, “सभी को दिवाली की शुभकामनाएं। प्रवाल को यह फोटो फॉरवर्ड में मिला।”
Happy Diwali to everyone. 🪔
Praval got forwarded this photo 😁 https://t.co/huGbaebqbU
— Sridhar Vembu (@svembu) October 20, 2025
उनकी इस सरल प्रतिक्रिया ने लोगों का दिल जीत लिया। इसके बाद कई यूजर्स ने टिप्पणी की, जिसमें एक ने लिखा, “इंतज़ार कीजिए, जल्द ही टेस्ला और स्पेसएक्स के पटाखे भी मिलेंगे।”
सोने की कीमतों पर चिंता
हालांकि, पटाखों के इस मजेदार मजाक के अलावा, श्रीधर वेंबू ने दिवाली से पहले वैश्विक वित्तीय बाजारों को लेकर गंभीर चिंता भी व्यक्त की। धनतेरस के अवसर पर, जब करोड़ों भारतीय सोने और चांदी की खरीदारी कर रहे थे, उन्होंने अपनी राय साझा की। उन्होंने कहा कि वैश्विक वित्तीय बाजारों की स्थिरता को लेकर वह चिंतित हैं और “सोना भी एक बड़ा चेतावनी संकेत दे रहा है।”
बढ़ती कीमतों के बीच सोने में निवेश को लेकर उन्होंने कहा, “मैं सोने को निवेश के तौर पर नहीं देखता, मैं इसे व्यवस्थागत वित्तीय जोखिम के खिलाफ एक बीमा के तौर पर देखता हूं।”