दिवाली पर 5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार: व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर

दिवाली 2025 के दौरान व्यापारियों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जिसमें लगभग 5 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद है। नवरात्रि से शुरू होकर दिवाली तक चलने वाले इस उत्सव में ऑटोमोबाइल क्षेत्र में भी भारी वृद्धि देखी गई है। भारतीय उत्पादों की बिक्री पर जोर दिया जा रहा है, जिससे स्थानीय कारीगरों को भी लाभ होगा। जानें इस त्यौहार में किन सेक्टरों में सबसे ज्यादा मांग रहेगी और कैसे यह व्यापारिक अवसर देशभर में फैल रहा है।
 | 
दिवाली पर 5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार: व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर

दिवाली का व्यापारिक उत्सव

दिवाली पर 5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार: व्यापारियों के लिए सुनहरा अवसर

5 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद है.

इस बार दिवाली का त्यौहार दिल्ली और अन्य क्षेत्रों के व्यापारियों के लिए बड़े अवसर लेकर आया है। अनुमान है कि दिवाली की खरीदारी और सेवाओं के माध्यम से लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का कारोबार होगा। दिवाली की खरीदारी का उत्सव नवरात्रि के दिन 22 सितंबर से शुरू होकर तुलसी विवाह तक चलेगा। सीटीआई के चेयरमैन बृजेश गोयल ने बताया कि दिवाली के दौरान देशभर में 5 लाख करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद है।

हाल ही में ऑटोमोबाइल क्षेत्र के प्रमुख संगठन द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, नवरात्रि के दौरान ऑटोमोबाइल की खुदरा बिक्री में 55% की वृद्धि हुई है। सभी प्रकार के वाहनों में, टू व्हीलर, थ्री व्हीलर, वाणिज्यिक वाहन, निजी वाहन और ट्रैक्टरों में क्रमशः 52%, 115%, 48%, 70% और 58% की वृद्धि देखी गई है। ये आंकड़े दिवाली के दौरान मजबूत कारोबार का संकेत देते हैं।

उपभोक्ता वस्तुओं की मांग

अनुमान है कि दिवाली के दौरान लगभग 5 करोड़ उपहारों का आदान-प्रदान किया जाएगा, जो इस उत्सव की बिक्री में महत्वपूर्ण योगदान देगा। सीटीआई ने विभिन्न एसोसिएशनों से बातचीत के बाद निष्कर्ष निकाला है कि इस फेस्टिवल सीजन में देशभर में लगभग 5 लाख करोड़ रुपये का व्यापार संभव है।

ये भी पढ़ें- महंगाई के मोर्चे पर आई अच्छी खबर, GST से आम आदमी को ऐसे मिली राहत

भारतीय उत्पादों की प्राथमिकता

सीटीआई ने बताया कि इस वर्ष दिवाली में भारतीय उत्पादों की बिक्री पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। भारत सरकार के GST सुधारों के कारण स्वदेशी उत्पादों की बिक्री को बढ़ावा मिला है। सीटीआई ने दिल्ली के व्यापारियों और आम जनता से स्वदेशी सामान खरीदने की अपील की है।

लोकल उत्पादों की बिक्री में वृद्धि

भारत में निर्मित उत्पादों, विशेषकर घर की सजावट के सामान, दिवाली पूजा के सामान जैसे मिट्टी के दीये, देवी-देवताओं की मूर्तियाँ, और हस्तशिल्प के सामान की बिक्री में वृद्धि देखने को मिलेगी। ये सामान स्थानीय कारीगरों द्वारा बनाए गए हैं और देशभर के बाजारों में अच्छी बिक्री करेंगे।