दिवाली 2025: चंद्रमा के गोचर से मिलेगी संतुलन और समृद्धि

दिवाली 2025 का पर्व 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा, जब चंद्रमा कन्या से तुला राशि में गोचर करेंगे। यह समय संतुलन, शांति और नई शुरुआत का है। इस विशेष दिन पर राशियों के लिए विभिन्न ज्योतिषीय उपाय बताए गए हैं, जो समृद्धि और भावनात्मक स्पष्टता लाने में मदद करेंगे। जानें कि आपकी राशि के लिए क्या उपाय हैं और कैसे आप इस दिवाली को खास बना सकते हैं।
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दिवाली 2025: चंद्रमा के गोचर से मिलेगी संतुलन और समृद्धि

दिवाली 2025 का महत्व

दिवाली 2025: चंद्रमा के गोचर से मिलेगी संतुलन और समृद्धि

दिवाली 2025Image Credit source: PTI

दिवाली 2025: इस वर्ष दिवाली का पर्व 20 अक्टूबर को मनाया जाएगा। यह दिन पवित्र अमावस्या के साथ आता है, जब चंद्रमा कन्या राशि से तुला राशि में प्रवेश करेंगे। इसका अर्थ है कि सोच-समझकर कार्य करने से संतुलन, शांति और आंतरिक सुकून प्राप्त किया जा सकता है। अमावस्या की रात आत्म-परखने, नकारात्मकता से मुक्ति पाने और नई शुरुआत का समय है। जो लोग दिवाली के आध्यात्मिक महत्व को समझकर पूजा करेंगे, उन्हें समृद्धि, भावनात्मक स्पष्टता और नई ऊर्जा प्राप्त होगी।

अमावस्या तिथि: 20 अक्टूबर 2025, 3:44 बजे से शुरू, 21 अक्टूबर 2025, 9:37 बजे समाप्त

चंद्रमा का गोचर: कन्या से तुला 21 अक्टूबर को सुबह होगा।

त्योहार का अर्थ: दिवाली, जो रोशनी का पर्व है, अंधकार पर प्रकाश और बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक है। यह हर घर में समृद्धि, प्रेम और शांति लाने वाला है।


राशियों के लिए विशेष उपाय

मेष (Aries)

चंद्रमा आपके छठे भाव को सक्रिय करेंगे। दिनचर्या और स्वास्थ्य पर ध्यान दें। जब चंद्रमा तुला राशि में प्रवेश करेंगे, तो साझेदारी और टीमवर्क पर ध्यान केंद्रित होगा। लगातार प्रयास से आर्थिक लाभ और सम्मान मिलने की संभावना है.

संकल्प: मेहनत और विनम्रता सफलता लाती है.

उपाय:

  • पूर्व दिशा में घी का दीया जलाएँ और हनुमान चालीसा का पाठ करें.
  • पूजा से पहले लाल फूल भगवान गणेश को अर्पित करें.

वृष (Taurus)

चंद्रमा आपके पांचवें भाव को उजागर करेंगे। कलात्मक काम या निवेश में अवसर मिल सकते हैं। तुला में जाने पर टीमवर्क और समझ बढ़ेगी। मीठे और विनम्र शब्दों का प्रयोग करें.

संकल्प: रचनात्मकता से समृद्धि आती है.

उपाय:

  • शाम को देवी लक्ष्मी को खीर या मिठाई अर्पित करें
  • गायों को गुड़ या हरी चारा खिलाएँ.

मिथुन (Gemini)

चंद्रमा आपके चौथे भाव को रोशन करेंगे। घर सजाएँ और परिवार के साथ समय बिताएँ। तुला में जाने के बाद रचनात्मकता और आत्म-अभिव्यक्ति की क्षमता बढ़ेगी.

संकल्प: घर में शांति समृद्धि लाती है.

उपाय:

  • दिवाली सुबह दूध या चावल का दान करें.
  • संकल्प 108 बार जपें.

कर्क (Cancer)

चंद्रमा आपके तीसरे भाव को सक्रिय करेंगे। यात्रा, लेखन और भावनात्मक अभिव्यक्ति के अवसर बढ़ेंगे। तुला में जाने पर परिवार और रिश्तों पर ध्यान केंद्रित होगा.

संकल्प: स्नेह और अच्छे शब्दों से उजाला आता है.

उपाय:

  • चारों दिशाओं में चार दीये जलाएँ.
  • पार्वती माता को सफेद फूल अर्पित करें या तुलसी को सुबह पानी दें.

सिंह (Leo)

चंद्रमा आपके दूसरे भाव को प्रभावित करेंगे। पैसों की योजना और प्रबंधन पर ध्यान दें। तुला में जाने के बाद संवाद और आकर्षण आपके लिए मददगार रहेंगे.

संकल्प: सही शब्दों में बुद्धिमत्ता, समृद्धि लाती है.

उपाय:

  • मंदिर में सरसों का तेल और काले तिल अर्पित करें.
  • दीया के पास बैठकर ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मिभ्यो नमः का जप करें.

कन्या (Virgo)

चंद्रमा आपके राशि में हैं, जिससे आत्मविश्वास और फोकस बढ़ता है। दिन व्यक्तिगत रिफ्लेक्शन और भावनात्मक सफाई के लिए अनुकूल है। तुला में जाने के बाद वित्त और करियर में लाभ संभव है.

संकल्प: साफ़ नीयत से दिव्य उन्नति होती है.

उपाय:

  • मंदिर में मूंग दाल अर्पित करें और घी का दीया जलाएँ.
  • भूखे जानवरों को खाना खिलाएँ.

तुला (Libra)

चंद्रमा पुराने बोझ छोड़ने और खुद को नए सिरे से तैयार करने में मदद करेंगे। तुला में प्रवेश करने के बाद आपका नेचुरल ग्रेस और गर्मजोशी चमकेगी.

संकल्प: संतुलन से दिव्य आशीर्वाद आता है.

उपाय:

  • लक्ष्मी माता के सामने गुलाब की पंखुड़ियाँ रखें.
  • दिवाली सुबह बच्चों या लड़कियों को मिठाई या नए कपड़े दें.

वृश्चिक (Scorpio)

आपके ग्यारहवें भाव को ऊर्जा देंगे। दोस्त और मार्गदर्शक मदद करेंगे। तुला में जाने पर शांति और ध्यान से लक्ष्य मजबूत होंगे.

संकल्प: शांति में समृद्धि छिपी है.

उपाय:

  • पीपल के पेड़ के नीचे सरसों का तेल का दीया जलाएँ.
  • बच्चों को मिठाई दें और महालक्ष्मी अष्टकम का पाठ करें.

धनु (Sagittarius)

चंद्रमा आपके दसवें भाव को सक्रिय करेंगे। पदोन्नति और मान-सम्मान के संकेत हैं। तुला में जाने के बाद नेटवर्किंग और जश्न से खुशियाँ बढ़ेंगी.

संकल्प: दयालु नेतृत्व भाग्य लाता है.

उपाय:

  • भगवान विष्णु को पीली मिठाई या हल्दी अर्पित करें.
  • दरवाजे पर नौ दीये जलाएँ.

मकर (Capricorn)

चंद्रमा आपके नवमे भाव को चमकाएंगे। यात्रा और शिक्षा के अवसर बढ़ेंगे। तुला में जाने पर प्रोफेशनल मामलों पर ध्यान दें.

संकल्प: विश्वास सफलता की राह दिखाता है.

उपाय:

  • शाम को 108 बार ॐ नमः शिवाय का जप करें.
  • शनि भगवान को काले कपड़े और तिल अर्पित करें.

कुंभ (Aquarius)

चंद्रमा साझा संसाधन और भावनात्मक गहराई के जरिए बदलाव लाएँगे। दिवाली का उपयोग कर्ज़ खत्म करने में करें। तुला में जाने के बाद आत्मनिरीक्षण और आध्यात्मिक जागरूकता बढ़ेगी.

संकल्प: छोड़ने से नया रास्ता खुलता है.

उपाय:

  • सूरज को सुबह पानी और गुलाब की पंखुड़ियाँ अर्पित करें.
  • काले चने या गर्म कंबल जरूरतमंदों को दें.

मीन (Pisces)

चंद्रमा आपके साझेदारी और रिश्तों को मुख्य बनाएंगे। आभार दिखाएँ और रिश्ते मजबूत करें। तुला में जाने पर भावनात्मक समझ बढ़ेगी.

संकल्प: विश्वास और प्रेम स्थायी उजाला लाते हैं.

उपाय:

  • लक्ष्मी माता को पीली मिठाई और फूल अर्पित करें.
  • दरवाजे पर दीया जलाएँ और लक्ष्मी स्तोत्र का पाठ करें.

निष्कर्ष:
दिवाली 2025, चंद्रमा के कन्या से तुला राशि में गोचर के साथ, नई शुरुआत, संतुलन और आध्यात्मिक तालमेल का संदेश देती है। अमावस्या की रात नेगेटिविटी को दूर करने और विश्वास और रोशनी से दिव्यता लाने का समय है। हर राशि के लिए अलग प्रकार की कृपा आर्थिक लाभ, भावनात्मक हीलिंग और आंतरिक बदलाव संभव है.