दिल्ली सरकार ने प्रदूषण और नागरिक मुद्दों को हल करने का लिया संकल्प
दिल्ली सरकार की पहल
दिल्ली के मंत्री परवेश साहिब सिंह वर्मा ने गुरुवार को कहा कि वर्तमान भाजपा सरकार, जो अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली पूर्व आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा छोड़े गए प्रदूषण और नागरिक समस्याओं का समाधान कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि ये मुद्दे अचानक उत्पन्न नहीं हुए, बल्कि आम आदमी पार्टी की 11 साल की अनदेखी का परिणाम हैं।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए, वर्मा ने कई नागरिक और पर्यावरण संबंधी कार्यों की सूची साझा की, जिन्हें पिछले एक दशक में पूरा किया जाना चाहिए था। इनमें कूड़े के ढेर हटाना, फुटपाथों और पार्कों की मरम्मत, ई-कचरा प्रबंधन, यमुना की सफाई, नालियों का रखरखाव, सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट, जल शोधन सुविधाएं, प्लास्टिक कचरा प्रबंधन, सड़क सफाई और इलेक्ट्रिक वाहन नीति का कार्यान्वयन शामिल हैं।
काम की कमी पर चिंता
वर्मा ने कहा कि ये सभी कार्य 11 वर्षों में पूरे हो जाने चाहिए थे। यदि आधा काम भी पूरा हो जाता, तो हमें केवल बाकी कार्यों पर ध्यान केंद्रित करना होता। लेकिन, दुर्भाग्यवश, एक भी कार्य पूरा नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि दिल्ली की मौजूदा सरकार 20 फरवरी, 2025 को बनी थी और उसी दिन से मुख्यमंत्री, मंत्री और अधिकारी नागरिक मुद्दों को सुलझाने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे थे।
नालों की सफाई और त्योहारों की तैयारी
वर्मा ने आगे कहा कि मानसून से पहले प्रमुख नालों की सफाई की गई और लगभग 20 लाख मीट्रिक टन कचरा हटाया गया, जिससे मिंटो ब्रिज जैसे संवेदनशील स्थानों पर जलभराव को रोकने में मदद मिली। मंत्री ने यह भी बताया कि दिवाली, छठ पूजा और दुर्गा पूजा जैसे त्योहारों के दौरान सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित की गई, जिससे निवासियों को बिना किसी बाधा के उत्सव मनाने का अवसर मिला।
पूर्व सरकार पर आरोप
अरविंद केजरीवाल की पूर्व सरकार पर आरोप लगाते हुए वर्मा ने कहा कि प्रदूषण की समस्या एक साल में उत्पन्न नहीं हुई है। दिल्ली में प्रदूषण वर्षों से बढ़ रहा है। यदि केजरीवाल ने थोड़ा सा भी काम किया होता, तो हमें केवल शेष कार्यों पर ध्यान देना होता। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को गुमराह किया और अब अधूरे कार्यों का बोझ हमें उठाना पड़ रहा है।
वास्तविकता पर ध्यान
वर्मा ने कहा कि सब्सिडी के बहाने लोगों का ध्यान भटकाया गया, जबकि असल में जो कार्य होना चाहिए था, उसे नजरअंदाज किया गया। उन्होंने कहा कि असली काम पिछले नौ महीनों से चल रहा है। आप दिल्ली के प्रमुख सौरभ भारद्वाज की आलोचना का जवाब देते हुए वर्मा ने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कें और टूटी हुई नालियां पिछले नौ महीनों का परिणाम नहीं हैं, बल्कि वर्षों की खराब योजना का नतीजा हैं।
