दिल्ली सरकार ने 100 दिन पूरे किए, रेखा गुप्ता ने उठाए कई मुद्दे

दिल्ली सरकार ने अपने पहले 100 दिन पूरे कर लिए हैं, जिसमें मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति सम्मान व्यक्त किया और यमुना सफाई की आवश्यकता पर जोर दिया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने आंदोलन के समर्थन और सत्ता के लालच पर भी चर्चा की। जानें और क्या कहा रेखा गुप्ता ने इस विशेष अवसर पर।
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दिल्ली सरकार ने 100 दिन पूरे किए, रेखा गुप्ता ने उठाए कई मुद्दे

दिल्ली सरकार का 100 दिन का कार्यकाल

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व में दिल्ली सरकार ने शनिवार, 31 मई को अपने पहले 100 दिन पूरे कर लिए। इस अवसर पर, दिल्ली सरकार ने एक 'कार्यपुस्तिका' जारी की, जिसमें रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री बनने के बाद शुरू की गई महत्वपूर्ण जन कल्याणकारी पहलों का उल्लेख किया गया। रेखा गुप्ता ने 20 फरवरी 2025 को दिल्ली के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में 48 सीटें जीतकर 27 साल बाद राष्ट्रीय राजधानी में सरकार बनाई, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) 22 सीटों के साथ विपक्ष में रही। 


रेखा गुप्ता का बयान

इस अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में, रेखा गुप्ता ने कहा कि उन्हें दुख होता है जब वे उन लोगों के बारे में सोचती हैं जो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर भारतीय सशस्त्र बलों पर सवाल उठाते थे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर ने महिलाओं का सम्मान बढ़ाया है और इसके लिए उन्होंने पीएम मोदी का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि देश की सभी महिलाएं दुश्मन के इलाके में आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने के लिए सशस्त्र बलों को सलाम करती हैं। 


आंदोलन का समर्थन

रेखा गुप्ता ने यह भी कहा कि जब रामलीला मैदान से आंदोलन शुरू हुआ, तो हजारों लोग इसमें शामिल हुए। उन्होंने कहा कि सभी ने इसे समर्थन दिया, यह सोचकर कि दिल्ली और देश में कुछ बेहतर होगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग सत्ता के लालच से इनकार करते थे, वे अब सत्ता के लिए लालायित हो गए हैं। उनका मंत्रिमंडल और सभी जनप्रतिनिधि लगातार लोगों के बीच काम कर रहे हैं। 


यमुना सफाई पर ध्यान

मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि दिल्ली का दुर्भाग्य यह रहा है कि यमुना की सफाई पर कभी गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया। उन्होंने कहा कि यमुना नदी को साफ करने के लिए किसी के पास न तो नीयत थी और न ही नीति। केंद्र सरकार ने इस पर काम करने के लिए दिल्ली को करोड़ों रुपये का बजट दिया, लेकिन उनके पास कोई विजन नहीं था। हमारी सरकार यमुना नदी को साफ करने के लिए काम कर रही है।