दिल्ली सरकार का नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू करने का ऐलान

दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने 26 जून को नशीले पदार्थों के दुरुपयोग के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू करने की घोषणा की है। इस अभियान में नुक्कड़ नाटक, छात्रों की भागीदारी और विभिन्न संवादात्मक गतिविधियों का समावेश होगा। मंत्री ने कहा कि यह एक सामाजिक आंदोलन है, जिसका उद्देश्य नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाना है। अभियान में राष्ट्रीय सेवा योजना और राष्ट्रीय कैडेट कोर के छात्रों को भी शामिल किया जाएगा।
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दिल्ली सरकार का नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान शुरू करने का ऐलान

दिल्ली में नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान

दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री रविन्द्र इन्द्राज सिंह ने जानकारी दी है कि 26 जून को 'नशीले पदार्थों के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस' के अवसर पर दिल्ली सरकार एक व्यापक जागरूकता अभियान शुरू करेगी। इस अभियान में नुक्कड़ नाटक और छात्रों की भागीदारी शामिल होगी।


मंत्री ने एक आधिकारिक बयान में बताया कि यह पहल समाज कल्याण, पुलिस और शिक्षा विभागों के सहयोग से संचालित की जाएगी, जिसका मुख्य उद्देश्य हाशिए पर पड़े लोगों और कमजोर समुदायों तक पहुंच बनाना है।


समीक्षा बैठक में मंत्री ने कहा कि 'नशा मुक्त, स्वस्थ और सशक्त दिल्ली' के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए समन्वित प्रयासों की आवश्यकता है।


बयान में उल्लेख किया गया है कि अभियान के तहत नशीले पदार्थों के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए दिल्ली में 64 संवेदनशील स्थानों पर नुक्कड़ नाटक आयोजित किए जाएंगे। मंत्री ने विद्यार्थियों को शामिल करने के लिए पोस्टर प्रदर्शनियों, प्रेरणादायक वार्ताओं और अन्य संवादात्मक गतिविधियों पर जोर दिया।


उन्होंने कहा, 'नशे की लत न केवल व्यक्तियों को बल्कि उनके परिवारों को भी शारीरिक, मानसिक और आर्थिक रूप से प्रभावित करती है।' उन्होंने युवाओं की जागरूकता अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका की बात कही।


मंत्री ने सुझाव दिया कि सार्वजनिक स्थानों पर 'रेडियो जिंगल' और सिनेमाघरों में वीडियो दिखाकर संदेश को प्रभावी ढंग से फैलाया जाना चाहिए।


बयान में यह भी कहा गया है कि राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के छात्रों को भी इस अभियान में शामिल किया जाएगा। जिला स्तर पर समाज कल्याण दल को स्थानीय विधायकों और जिलाधिकारियों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया गया है ताकि अभियान प्रभावी और व्यापक रूप से पहुंच सके।


मंत्री ने कहा, 'यह केवल एक अभियान नहीं है, बल्कि एक सामाजिक आंदोलन है। स्थायी परिवर्तन लाने के लिए हमें स्कूलों, नागरिक समाज और सामाजिक संगठनों की सक्रिय भागीदारी की आवश्यकता है।'