दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय में छात्रों का ऐतिहासिक दिन
दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय में शुक्रवार को छात्रों ने अपनी शैक्षणिक यात्रा का सफल समापन किया, जो न केवल उनकी उपलब्धियों का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक जुड़ाव का भी प्रतीक है। कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाठर ने इसे शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने का दिन बताया। पहले बैच के छात्रों ने प्रेरणा और मेहनत से सफलता प्राप्त की है, जो भविष्य के छात्रों के लिए मार्ग प्रशस्त करेगा। इस अवसर पर शिक्षकों ने अपने अनुभव साझा किए और छात्रों ने अपने विचार प्रस्तुत किए।
Aug 11, 2025, 18:04 IST
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दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय का मील का पत्थर
दिल्ली। शुक्रवार का दिन दिल्ली शिक्षक विश्वविद्यालय के इतिहास में एक महत्वपूर्ण क्षण बन गया। यह दिन छात्रों और शिक्षकों के लिए न केवल शैक्षणिक उपलब्धियों के संदर्भ में, बल्कि सामाजिक जुड़ाव के सुखद परिणाम के रूप में भी महत्वपूर्ण रहा। पिछले तीन वर्षों की शैक्षिक यात्रा में, विश्वविद्यालय ने शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में नए मानक स्थापित किए हैं और शिक्षा में शोध, नवाचार और समाज से जुड़ाव के उच्च आदर्शों को भविष्य के शिक्षकों के प्रशिक्षण में शामिल किया है। इस अवसर पर, विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाठर ने छात्रों की मौखिक परीक्षा के सफल समापन को केवल डिग्री पूरी करने का दिन नहीं, बल्कि शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करने वाले शोध की दिशा में पहले कदम के उत्सव के रूप में बताया।
विश्वविद्यालय के पहले बैच का सफलतापूर्वक अपनी शैक्षणिक यात्रा को पूरा करना इस बात का प्रमाण है कि प्रेरणा, संकल्प और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है। इस अवसर पर, विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ संजीव राय ने कहा कि एम.ए. के इस पहले बैच ने भविष्य में आने वाले छात्रों के लिए मार्ग प्रशस्त किया है। यह निश्चित रूप से विश्वविद्यालय के लिए गर्व का दिन है।
कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों, जैसे डॉ सरोज मलिक, डॉ राजेश प्रसाद सिंह, डॉ अनुराग कुमार मिश्र, डॉ जयशंकर शुक्ल, डॉ बिनोद कुमार, डॉ नसरुद्दीन और अन्य अधिकारियों ने छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा किए। छात्रों की ओर से सना, कुलसुम और अजीत कुमार सुमन ने अपने विचार प्रस्तुत किए।