दिल्ली विस्फोट के बाद सुरक्षा समीक्षा बैठक में अमित शाह ने की उच्च स्तरीय चर्चा

दिल्ली में हाल ही में हुए एक घातक विस्फोट के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की। इस बैठक में कई प्रमुख सुरक्षा अधिकारियों ने भाग लिया और विस्फोट की जांच की प्रगति पर चर्चा की। गृह मंत्रालय ने इसे संभावित आतंकवादी कृत्य मानते हुए एनआईए को मामले की जांच सौंप दी है। जानें इस बैठक में क्या महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए और आगे की कार्रवाई क्या होगी।
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दिल्ली विस्फोट के बाद सुरक्षा समीक्षा बैठक में अमित शाह ने की उच्च स्तरीय चर्चा

दिल्ली में विस्फोट के बाद सुरक्षा समीक्षा

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को दिल्ली में हुए एक गंभीर विस्फोट के बाद स्थिति का मूल्यांकन करने के लिए एक उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की। इस घटना में एक दिन पहले आठ लोगों की मृत्यु हो गई थी और कई अन्य घायल हुए थे। यह बैठक गृह मंत्रालय के कर्तव्य भवन में दोपहर 3 बजे शुरू हुई, जो कि दो घंटे के ब्रेक के बाद आयोजित की गई। बैठक का पहला चरण सुबह 11 बजे गृह मंत्री के निवास पर हुआ।


इस बैठक में गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के महानिदेशक सदानंद वसंत दाते और दिल्ली पुलिस आयुक्त सतीश गोलछा शामिल हुए। जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात भी वर्चुअल रूप से बैठक में शामिल हुए।


विस्फोट की जांच और सुरक्षा चिंताएँ

यह समीक्षा राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा चिंताओं के बढ़ने के बीच की गई है, जहां कई एजेंसियां लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट 1 और 4 के बीच एक ट्रैफिक सिग्नल के पास हुई विस्फोट की जांच कर रही हैं। विस्फोट के तुरंत बाद, शाह ने दिल्ली पुलिस आयुक्त और खुफिया ब्यूरो के निदेशक से बात की और एनआईए, एनएसजी, एफएसएल और दिल्ली पुलिस को शामिल करते हुए एक समन्वित जांच का निर्देश दिया।


सभी एजेंसियों को विस्फोट की प्रकृति और कारण की गहन जांच करने और जल्द से जल्द विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है। पहले दौर की बैठकों के बाद, गृह मंत्रालय ने इसे संभावित आतंकवादी कृत्य मानते हुए एनआईए को मामले की जांच सौंप दी। यह निर्णय विस्फोट की गंभीरता और उससे जुड़े संबंधों को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच लिया गया। एनआईए दिल्ली पुलिस से औपचारिक रूप से जांच अपने हाथ में लेगी और मामले के सभी पहलुओं की जांच करेगी।


फोरेंसिक जांच और आगे की कार्रवाई

इससे पहले, राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) की एक टीम ने फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) के साथ मिलकर घटनास्थल से फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र किए थे। मामले को एनआईए को सौंपना केंद्र सरकार की इस घटना की व्यापक और समन्वित जांच सुनिश्चित करने की मंशा को दर्शाता है।


सूत्रों के अनुसार, सुरक्षा समीक्षा में विस्फोट की जांच की प्रगति और फरीदाबाद से भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री की जब्ती के संभावित संबंध पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। एनआईए जल्द ही मामले में प्राथमिकी दर्ज करेगी और प्रक्रिया के अनुसार दिल्ली पुलिस द्वारा एकत्र किए गए सभी साक्ष्यों को अपने कब्जे में ले लेगी।