दिल्ली विश्वविद्यालय वाइस चांसलर इंटर्नशिप स्कीम: 3500 छात्रों में से 2280 का चयन

दिल्ली विश्वविद्यालय की इंटर्नशिप प्रक्रिया

दिल्ली विश्वविद्यालय वाइस चांसलर इंटर्नशिप स्कीम
दिल्ली विश्वविद्यालय की वाइस चांसलर इंटर्नशिप स्कीम (VCIS) का चयन प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में है। डीन स्टूडेंट्स वेलफेयर, प्रो. रंजन कुमार त्रिपाठी के अनुसार, इस बार 3500 से अधिक छात्रों ने आवेदन किया, जिनमें से 2280 छात्रों को शॉर्टलिस्ट किया गया। इन छात्रों के लिए ग्रुप डिस्कशन 13 से 15 अक्टूबर 2025 के बीच आयोजित किया गया था, जो अब समाप्त हो चुका है।
विश्वविद्यालय अब कुछ ही दिनों में चयनित छात्रों की सूची जारी करेगा। इन छात्रों को दिल्ली विश्वविद्यालय के 55 से अधिक विभिन्न कार्यालयों में नियुक्त किया जाएगा।
वीसीआईएस का उद्देश्य और विशेषताएँ
दिल्ली विश्वविद्यालय ने शैक्षणिक वर्ष 2022-23 से वाइस चांसलर इंटर्नशिप स्कीम (VCIS) की शुरुआत की थी। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट छात्रों को विश्वविद्यालय में इंटर्नशिप के अवसर प्रदान करना है। यह छात्रों को विश्वविद्यालय प्रणाली के विभिन्न विभागों और सरकारी कार्यप्रणाली को समझने में मदद करता है।
डीएसडब्ल्यू कार्यालय के माध्यम से यह स्कीम दो प्रकार की इंटर्नशिप प्रदान करती है: शैक्षणिक सत्र के दौरान छह महीने की पार्ट टाइम इंटर्नशिप और गर्मी की छुट्टियों के दौरान दो महीने की फुल टाइम ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप।
पार्ट टाइम इंटर्नशिप में छात्रों को हर हफ्ते 8-10 घंटे काम करना होता है और उन्हें 5775 रुपये प्रति माह का स्टाइपेंड मिलता है। वहीं, ग्रीष्मकालीन फुल टाइम इंटर्नशिप में हर हफ्ते 20 घंटे काम करना होता है और स्टाइपेंड 11,000 रुपये प्रति माह निर्धारित है। इस इंटर्नशिप से छात्र न केवल प्रशासनिक कार्यों का अनुभव प्राप्त करते हैं, बल्कि अपने करियर के लिए मूल्यवान अनुभव भी हासिल करते हैं।
शिक्षकों की नाराजगी
दिल्ली विश्वविद्यालय द्वारा घोषित सेमेस्टर परीक्षा की अस्थायी तारीखों को लेकर शिक्षकों में नाराजगी बढ़ रही है। उनका कहना है कि परीक्षा और नियमित कक्षाओं के बीच अधिक ओवरलैप होने से पढ़ाई की व्यवस्था प्रभावित होगी।