दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव: मतदान प्रक्रिया में आरोप-प्रत्यारोप का दौर

डूसू चुनाव में मतदान की शुरुआत
दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) के चुनाव के लिए मतदान बृहस्पतिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच प्रारंभ हुआ, जिसमें लगभग 40 प्रतिशत मतदान होने की उम्मीद है।
हालांकि यह चुनाव त्रिकोणीय मुकाबला है, लेकिन मुख्य प्रतिस्पर्धा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़ी अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) और कांग्रेस समर्थित भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के बीच है।
मतदान के दौरान आरोप-प्रत्यारोप
इन दोनों प्रमुख पार्टियों के बीच मतदान के दिन भी आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी रहा। मुख्य निर्वाचन अधिकारी राज किशोर शर्मा ने बताया कि अधिकांश कॉलेजों में मतदान सुचारू रूप से हुआ।
अधिकारियों के अनुसार, अब तक 39.45 प्रतिशत मतदान हो चुका है, जबकि कुछ कॉलेजों से आंकड़ों की प्रतीक्षा की जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था
इस चुनाव में 600 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किए गए थे, जिनमें से 160 ने बॉडी कैमरे का उपयोग किया। सीसीटीवी निगरानी के साथ-साथ गतिविधियों पर नजर रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया गया।
उम्मीदवारों की सूची
एनएसयूआई ने अध्यक्ष पद के लिए बौद्ध अध्ययन की स्नातकोत्तर छात्रा जोसलिन नंदिता चौधरी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि एसएफआई-आइसा गठबंधन ने इंद्रप्रस्थ महिला कॉलेज की छात्रा अंजलि को मैदान में उतारा है।
एबीवीपी ने पुस्तकालय विज्ञान विभाग से आर्यन मान को शीर्ष पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। मतदान की प्रक्रिया जारी रहने के बावजूद माहौल आरोप-प्रत्यारोप से भरा रहा।
आरोपों का सिलसिला
एनएसयूआई ने एबीवीपी पर किरोड़ीमल, हिंदू और हंसराज कॉलेजों में ‘वोट में हेराफेरी’ का आरोप लगाया। एनएसयूआई अध्यक्ष वरुण चौधरी ने एबीवीपी के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार का नामांकन रद्द करने की मांग की।
हालांकि, एबीवीपी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। एबीवीपी समर्थकों ने आरोप लगाया कि मौजूदा डूसू अध्यक्ष और एनएसयूआई नेता रौनक खत्री बाहरी लोगों के साथ किरोड़ीमल कॉलेज में घुस आए और हंगामा किया।