दिल्ली विश्वविद्यालय की परीक्षा शेड्यूल पर शिक्षकों और छात्रों की चिंता
दिल्ली विश्वविद्यालय की ऑड सेमेस्टर परीक्षाओं का संभावित शेड्यूल शिक्षकों और छात्रों के लिए चिंता का विषय बन गया है। परीक्षा और नए सेमेस्टर की कक्षाएं एक साथ चलने से शैक्षणिक माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ने की आशंका है। शिक्षकों का कहना है कि इससे छात्रों को परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का समय नहीं मिलेगा। जानें इस मुद्दे पर शिक्षकों और शैक्षणिक प्रतिनिधियों की क्या राय है।
Oct 13, 2025, 22:22 IST
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दिल्ली विश्वविद्यालय में परीक्षा शेड्यूल की समस्या

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की ऑड सेमेस्टर परीक्षाओं के संभावित कार्यक्रम को लेकर शिक्षकों और शैक्षणिक प्रतिनिधियों में असंतोष बढ़ता जा रहा है। इस परीक्षा कार्यक्रम के अनुसार, परीक्षाएं और नए सेमेस्टर की कक्षाएं एक साथ चलेंगी, जिससे छात्रों और शिक्षकों पर अतिरिक्त दबाव पड़ेगा।
परीक्षा और कक्षाओं का ओवरलैप
विश्वविद्यालय की परीक्षा शाखा के अनुसार, ऑड सेमेस्टर (2025-26) की परीक्षाएं 10 दिसंबर, 2025 से 30 जनवरी, 2026 तक आयोजित की जाएंगी। दूसरी ओर, ईवन सेमेस्टर की कक्षाएं 2 जनवरी, 2026 से शुरू होंगी। इसका अर्थ है कि परीक्षाएं और नई कक्षाएं लगभग एक साथ होंगी, जो नियमित छात्रों के साथ-साथ स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नॉन-कॉलेजिएट महिला शिक्षा बोर्ड (एनसीडब्ल्यूईबी) के छात्रों पर भी लागू होगा।
शिक्षकों का मानना है कि इस ओवरलैप से शैक्षणिक माहौल पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। इससे छात्रों को परीक्षा पर ध्यान केंद्रित करने का समय नहीं मिलेगा और शिक्षकों को पढ़ाने और मूल्यांकन का संतुलन बनाने में कठिनाई होगी।
शिक्षकों की नाराजगी
डीयू के फैकल्टी सदस्य रुद्राशीष चक्रवर्ती ने कहा कि विश्वविद्यालय का संचालन इस तरह नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसे सर्कस जैसा माहौल बताया और कहा कि जनवरी का पूरा महीना परीक्षाओं में व्यतीत होगा, जिससे पढ़ाई के लिए बहुत कम समय बचेगा। उन्होंने यह भी बताया कि शिक्षकों को एक साथ कक्षाएं लेने, परीक्षाओं की निगरानी करने और उत्तर पुस्तिकाओं की जांच करने की जिम्मेदारी निभानी होगी।
अव्यावहारिक शेड्यूल पर सवाल
डीयू की कार्यकारी परिषद के सदस्य मिथुराज धुसिया ने भी इस शेड्यूल को अव्यावहारिक करार दिया और पूछा कि छात्र एक ही समय में परीक्षा और कक्षाएं कैसे संभालेंगे? क्या कॉलेजों के पास इसके लिए पर्याप्त बुनियादी ढांचा है?