दिल्ली विधानसभा में फांसी घर के दावों की जांच का आदेश

मुख्यमंत्री का बयान
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बुधवार को विधानसभा परिसर में कथित फांसी घर के अस्तित्व की जांच कराने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इस स्थान के जीर्णोद्धार पर खर्च किए गए सभी पैसे की वसूली की जानी चाहिए।
विधानसभाध्यक्ष का स्पष्टीकरण
विधानसभाध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता ने स्पष्ट किया कि 2022 में जिस कक्ष का जीर्णोद्धार किया गया था, वह वास्तव में एक 'टिफिन रूम' था, न कि औपनिवेशिक काल का फांसी स्थल।
मुख्यमंत्री की चिंताएं
रेखा गुप्ता ने विधानसभा में चर्चा के दौरान कहा कि इस तथाकथित 'फांसी घर' की सजावट पर एक करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं, और यह राशि वापस ली जानी चाहिए। उन्होंने कहा, 'इस मामले की जांच होनी चाहिए। यह झूठ दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा फैलाया गया है।' उन्होंने यह भी कहा कि दिल्ली में होने वाले अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारी सम्मेलन से पहले इन झूठों को दूर किया जाना चाहिए।
केजरीवाल पर कटाक्ष
मुख्यमंत्री ने केजरीवाल पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक के पास 'नाटक और मनोविज्ञान में कई डिग्रियां हैं' और वे लोगों की भावनाओं से खेलने में 'माहिर' हैं।
विधानसभा अध्यक्ष का विवरण
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि पुली-संचालित लिफ्ट वाले दो 'टिफिन रूम' उस इमारत का हिस्सा थे, जो ब्रिटिश शासन के दौरान 'इंपीरियल लेजिस्लेटिव काउंसिल' के रूप में कार्य करती थी। उन्होंने कहा कि 'टिफिन रूम' समेत हर कमरे का विवरण उपलब्ध कराने वाला इमारत का नक्शा राष्ट्रीय अभिलेखागार में सुरक्षित है।