दिल्ली लाल किला विस्फोट की जांच में नए संदिग्धों की पहचान

दिल्ली में लाल किला क्षेत्र में हुए विस्फोट की जांच में एक और चिकित्सा पेशेवर को हिरासत में लिया गया है। डॉ. सज्जाद अहमद मल्ला से विस्फोट के संदिग्ध संबंधों के बारे में पूछताछ की जा रही है। इस मामले में चार चिकित्सकों की पहचान हुई है, जो फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े हैं। जानें इस मामले में और क्या जानकारी सामने आई है और प्रमुख संदिग्ध कौन हैं।
 | 
दिल्ली लाल किला विस्फोट की जांच में नए संदिग्धों की पहचान

दिल्ली विस्फोट की जांच का दायरा बढ़ा

दिल्ली में लाल किला क्षेत्र में हुए विस्फोट की जांच में तेजी आई है, जिसमें एक और चिकित्सा पेशेवर को हिरासत में लिया गया है। उसकी पहचान पुलवामा के निवासी डॉ. सज्जाद अहमद मल्ला के रूप में हुई है, जो नज़ीर अहमद मल्ला के बेटे हैं। डॉ. सज्जाद, जो एमबीबीएस और एमडी की डिग्री रखते हैं, से 10 नवंबर को हुए विस्फोट के संदर्भ में पूछताछ की जा रही है, जिसमें 12 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए। वह कश्मीर-फरीदाबाद-दिल्ली आतंकी मामले में गिरफ्तार किए गए चौथे चिकित्सक हैं। अधिकारी उसके संबंधों की गहनता से जांच कर रहे हैं।


आतंकी मॉड्यूल में मेडिकल पेशेवरों का नेटवर्क

आतंकी मॉड्यूल में बढ़ता मेडिकल नेटवर्क

दिल्ली विस्फोट की जांच में चार चिकित्सक शामिल हैं, जिनमें से तीन कश्मीर से और एक लखनऊ से हैं। ये सभी फरीदाबाद आतंकी मॉड्यूल से जुड़े एक संगठित नेटवर्क का हिस्सा माने जा रहे हैं।


मुख्य संदिग्धों की सूची

अब तक पहचाने गए प्रमुख संदिग्धों में शामिल हैं:

डॉ. उमर उल नबी डार: पुलवामा का निवासी, जो अल-फलाह विश्वविद्यालय, फरीदाबाद में कार्यरत था। कहा जाता है कि उसने विस्फोट में प्रयुक्त कार खरीदी थी। उसके परिवार के सदस्य डीएनए परीक्षण के लिए हिरासत में हैं।
डॉ. आदिल: अनंतनाग का निवासी, जिसकी इस साल अक्टूबर में शादी हुई। वह जीएमसी अनंतनाग में बरामद एके-47 राइफल से जुड़ा हुआ है।
डॉ. मुज़म्मिल शकील: पुलवामा का निवासी, जो फरीदाबाद में काम करता था, और डॉ. शाहीन के साथ उसके संबंधों की जांच की जा रही है।
डॉ. शाहीन: लखनऊ की एक महिला चिकित्सक, जिस पर भर्ती और समन्वय में केंद्रीय भूमिका निभाने का संदेह है।