दिल्ली में स्वदेशी मेले का उद्घाटन, कारीगरों की कला को बढ़ावा देने का संकल्प

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कर्तव्य पथ पर स्वदेशी मेले का उद्घाटन किया, जिसमें उन्होंने कारीगरों की कला को बढ़ावा देने का संकल्प लिया। यह मेला 11 अक्टूबर तक चलेगा, और गुप्ता ने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान स्वदेशी उत्पादों की भूमिका को भी याद किया। जानें इस मेले के महत्व और कारीगरों के लिए इसके लाभ के बारे में।
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दिल्ली में स्वदेशी मेले का उद्घाटन, कारीगरों की कला को बढ़ावा देने का संकल्प

स्वदेशी मेले का उद्घाटन

दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बृहस्पतिवार को कर्तव्य पथ पर स्वदेशी मेले का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार राष्ट्रीय राजधानी के कारीगरों की कला को प्रोत्साहित करने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।


यह स्वदेशी मेला, जो दिल्ली सरकार द्वारा आयोजित किया गया है, 11 अक्टूबर तक चलेगा। कार्यक्रम के दौरान, गुप्ता ने कहा, 'देशभर में एक जिला एक उत्पाद की चर्चा हो रही है, इसलिए मैंने उद्योग मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा से पूछा कि चाट-पकौड़े के अलावा दिल्ली की विशेषता क्या है।'


मुख्यमंत्री ने आगे कहा, 'हम चाहते हैं कि दिल्ली के कारीगरों की कारीगरी को बढ़ावा मिले, ताकि वे न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बना सकें।' उन्होंने लोगों से स्वदेशी उत्पादों को अपनाने की अपील की और याद दिलाया कि स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान ये उत्पाद एक महत्वपूर्ण हथियार के रूप में उभरे थे।


गुप्ता ने कहा, 'हम स्वदेशी को अपनाकर ही आत्मनिर्भर बन सकते हैं, और यही वह हथियार है जिसने हमें आजादी दिलाई।'