दिल्ली में स्मॉग संकट: आप और भाजपा के बीच राजनीतिक संघर्ष तेज

दिल्ली में दिवाली के बाद स्मॉग का संकट गहराने लगा है, जिससे आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच राजनीतिक टकराव तेज हो गया है। आप ने भाजपा पर प्रदूषण नियंत्रण में विफलता का आरोप लगाया है, जबकि भाजपा ने आप पर दिवाली और हिंदू धर्म को बदनाम करने का आरोप लगाया है। इस विवाद में समाजवादी पार्टी भी शामिल है, जिससे राजनीतिक माहौल और भी गरमाया है। जानें इस मुद्दे पर दोनों पक्षों के तर्क और आरोप।
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दिल्ली में स्मॉग संकट: आप और भाजपा के बीच राजनीतिक संघर्ष तेज

दिल्ली में स्मॉग सीजन की शुरुआत

दिवाली के आगमन के साथ, दिल्ली में स्मॉग का मौसम फिर से शुरू हो गया है, जिससे सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच राजनीतिक विवाद भी उभरने लगा है। राष्ट्रीय राजधानी में हवा की गुणवत्ता में अचानक आई गिरावट ने दोनों दलों को एक-दूसरे पर आरोप लगाने का अवसर प्रदान किया है।


आप का आरोप: भाजपा प्रदूषण नियंत्रण में असफल

आप ने हवा की गुणवत्ता में गिरावट के लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए प्रदूषण नियंत्रण में विफलता का आरोप लगाया है। पार्टी का कहना है कि सरकार वास्तविक प्रदूषण के आंकड़ों को छिपा रही है और अवैध पटाखों की बिक्री पर रोक लगाने में असफल रही है।


धुएं का संकट और राजनीतिक अवसर

दिवाली के अगले दिन नई दिल्ली में घना और गंभीर स्तर का धुआं छा गया है। आप के लिए यह एक महत्वपूर्ण राजनीतिक अवसर है, खासकर जब इस वर्ष की शुरुआत में धुएं और यमुना के प्रदूषण से निपटने में विफलता के कारण उसे कड़ी आलोचना का सामना करना पड़ा था।


भाजपा का जवाब: दिवाली को बदनाम करने का आरोप

आप के आरोपों का जवाब देते हुए भाजपा ने तीखा पलटवार किया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने आप पर दिवाली और हिंदू धर्म को बदनाम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि आप का उद्देश्य दिवाली को बदनाम करना है।


सपा पर भी निशाना

सिरसा ने समाजवादी पार्टी पर भी निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वह आप के साथ खड़ी है और 'दिवाली विरोधी' है। उन्होंने सपा नेता अखिलेश यादव के एक कथित बयान का हवाला देते हुए कहा कि उनका एकमात्र उद्देश्य वोट बटोरना है।


स्मॉग संकट पर सत्ता और विपक्ष का टकराव

सिरसा ने आप के आरोपों को खारिज करते हुए प्रदूषण के समाधान पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब आप अपने दस साल के शासन में धुएं की समस्या का समाधान नहीं कर पाए, तो भाजपा से कुछ ही महीनों में समाधान की उम्मीद कैसे की जा सकती है?


प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों पर सवाल

सिरसा ने प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि प्रदूषण के आंकड़े अपनी जगह हैं, लेकिन असली समस्या सड़कों से धूल हटाने की है। उन्होंने आप द्वारा उठाए गए 'क्लाउड सीडिंग' के सवाल पर कहा कि इसके लिए पहले आकाश में बादल होना आवश्यक है।