दिल्ली में वकील के नाम पर ठगी का मामला: युवती ने खोया 23,110 रुपये

दिल्ली के शाहदरा में एक युवती ने वकील के नाम पर ठगी का शिकार होकर 23,110 रुपये खो दिए। आरोपियों ने इंस्टाग्राम पेज हैक कर युवतियों को फंसाया और नौकरी का झांसा देकर पैसे वसूले। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ठग का पता लगा लिया है। जानें पूरी कहानी और ठगी के तरीके।
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दिल्ली में वकील के नाम पर ठगी का मामला: युवती ने खोया 23,110 रुपये

दिल्ली में ठगी का नया मामला

दिल्ली के शाहदरा क्षेत्र में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक वकील का इंस्टाग्राम पेज हैक कर दो युवतियों को फंसाने का प्रयास किया गया। इसके बाद आरोपियों ने अपनी मर्जी से पैसे वसूलने की कोशिश की। यह मामला तब प्रकाश में आया जब शिखा तिवारी नाम की युवती ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।


दिल्ली में वकील के नाम पर ठगी का मामला: युवती ने खोया 23,110 रुपये


शिखा ने बताया कि 10 जून 2025 को उन्हें वकील विजय लक्ष्मी के नाम से एक संदेश प्राप्त हुआ, जिसमें उन्हें अच्छी नौकरी का आश्वासन दिया गया। बाद में पता चला कि विजय लक्ष्मी का फेसबुक प्रोफाइल हैक किया गया था और यह सब एक साजिश का हिस्सा था। अगले दिन, 11 जून को, उन्हें एक व्हाट्सएप नंबर से शिक्षा विभाग के तहत महिलाओं के लिए नौकरी का प्रस्ताव मिला।


इस प्रस्ताव के लिए उनसे 5,260 रुपये की प्रोसेसिंग फीस मांगी गई। उसी दिन रात 8:35 बजे शिखा को एक ईमेल मिला, जिसमें उनकी रजिस्ट्रेशन की पुष्टि की गई और एक रजिस्ट्रेशन नंबर दिया गया। ईमेल में यह भी कहा गया कि वे अब इंटरव्यू के अगले चरण में हैं। 12 जून को एक और ईमेल आया, जिसमें बताया गया कि शिखा 15 उम्मीदवारों में शॉर्टलिस्ट की गई हैं और इंटरव्यू के लिए 12,500 रुपये और 5,350 रुपये जमा करने होंगे।


शिखा ने कुल 23,110 रुपये पंजाब नेशनल बैंक के एक खाते में ट्रांसफर कर दिए, जो सागर सिंह नाम के व्यक्ति के नाम पर था। लेकिन जब उन्होंने दिए गए व्हाट्सएप नंबर पर संपर्क करने की कोशिश की, तो कोई जवाब नहीं मिला। संदेह होने पर उन्होंने तुरंत 12 जून को एनसीआरपी पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई। शाहदरा पुलिस ने जांच में पाया कि इस मामले का मास्टरमाइंड गाजियाबाद के विजय नगर का सागर सिंह है।


सागर सिंह ने न केवल शिखा को ठगा, बल्कि एक अन्य महिला वकील से भी वीमेन कमीशन की चेयरपर्सन की पोस्ट का झांसा देकर 3,34,230 रुपये ठग लिए थे। उसकी ठगी का तरीका बेहद चालाक था। वह गूगल के माध्यम से विभिन्न सरकारी विभागों और उनके अधिकारियों की जानकारी इकट्ठा करता था। फिर खुद को अधिकारी बताकर या उनके करीबी होने का दावा करके लोगों को ठगता था। जांच में यह भी सामने आया कि सागर सिंह पहले भी कई ठगी के मामलों में शामिल रहा है, जिनमें दिल्ली और उत्तर प्रदेश में एफआईआर दर्ज हैं।