दिल्ली में लाल किले के पास विस्फोट: जांच में नए सबूत सामने आए
दिल्ली के लाल किले के पास विस्फोट की जांच
दिल्ली के लाल किले के निकट हुए एक भयानक विस्फोट में 13 लोगों की जान जाने के कुछ दिन बाद, नए सीसीटीवी फुटेज में लाल किला मेट्रो स्टेशन के अंदर विस्फोट का दृश्य कैद हुआ है। एक मिनट की इस क्लिप में एक व्यक्ति फ़ूड काउंटर पर भोजन कर रहा है और कुछ लोग मेट्रो स्टेशन के अंदर घूम रहे हैं। अचानक, एक तेज धमाका और झटके सुनाई देते हैं, जिससे लोग भयभीत होकर भागने लगते हैं। यह झटके विस्फोट की तीव्रता को दर्शाते हैं। एक पुलिस अधिकारी उन्हें सुरक्षित स्थान पर जाने का निर्देश देते हुए दिखाई दे रहा था।
लाल किले के पास विस्फोट से पहले की घटनाओं का सही क्रम जानने के लिए जांचकर्ताओं ने उस पार्किंग क्षेत्र में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों की एक विस्तृत सूची तैयार की है, जहां विस्फोट में शामिल कार तीन घंटे तक खड़ी रही थी। एक अधिकारी ने बताया कि वे इन वाहनों की पंजीकरण संख्या की पहचान कर रहे हैं और उनके चालकों एवं मालिकों से पूछताछ कर रहे हैं कि क्या उन्होंने हरियाणा में पंजीकृत हुंदै आई20 को देखा था, जो विस्फोट में शामिल थी।
दिल्ली पुलिस के विशेष प्रकोष्ठ ने विस्फोट के पीछे की साजिश की गहराई से जांच के लिए आपराधिक साजिश से संबंधित धाराओं के तहत एक अलग प्राथमिकी दर्ज की है। पहले दर्ज की गई प्राथमिकी को गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण को स्थानांतरित कर दिया गया था। सूत्रों के अनुसार, विस्फोट में शामिल कार के चालक डॉ. उमर नबी ने जब सोमवार को उसे पार्किंग स्थल में खड़ा किया था, तब उसके आस-पास कई अन्य गाड़ियां भी थीं।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘उस समय वहां मौजूद हर वाहन चालक का पता लगाया जा रहा है ताकि यह मालूम हो सके कि क्या उन्होंने एचआर-26 कार देखी थी, उसमें कितने लोग थे और क्या उमर के साथ कोई और भी था।’’ एक अधिकारी ने बताया कि जांचकर्ताओं ने चालकों को उमर की तस्वीर दिखाई ताकि यह पता लगाया जा सके कि क्या वह कार में अकेला था या पार्किंग क्षेत्र में तीन घंटे तक रहने के दौरान कोई और भी वाहन में आया या बाहर निकला था।
अधिकारी ने बताया कि इसका उद्देश्य यह पता लगाना है कि उन तीन घंटों के दौरान वास्तव में क्या हुआ था। साथ ही यह सत्यापित करना है कि क्या विस्फोटक उपकरण पार्किंग स्थल में कार के अंदर रखा गया था। जांच एजेंसी यह भी देख रही है कि क्या गिरफ्तार चिकित्सक डॉ. मुजम्मिल गनई हरियाणा के फरीदाबाद जिले में अल फलाह विश्वविद्यालय से जुड़े चिकित्सकों के एक समूह के साथ नियमित संपर्क में था।
सूत्रों के अनुसार, विश्वविद्यालय से जुड़े और डॉ. मुजम्मिल के संपर्क में रहे कम से कम 15 चिकित्सक इस समय लापता हैं। एक सूत्र ने कहा, ‘‘कॉल डिटेल रिकॉर्ड में डॉ. मुजम्मिल और कई चिकित्सकों के बीच कई बातचीत सामने आई हैं। जब एजेंसी ने उन चिकित्सकों से संपर्क करने की कोशिश की तो उनके फोन बंद पाए गए। पूछताछ के लिए अल फलाह विश्वविद्यालय भेजी गई एक टीम ने पाया कि उनमें से अधिकतर चिकित्सक गायब हैं।’’
यह पता लगाने के लिए जांच जारी है कि क्या इन लापता लोगों की कथित आतंकवादी साजिश रचने या उसे अंजाम देने में कोई भूमिका है। एजेंसियों ने 10 नवंबर को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में फैले एक ‘‘सफेदपोश आतंकवादी मॉड्यूल’’ का भंडाफोड़ कर 2,900 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया था और तीन चिकित्सकों समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। इसके कुछ ही घंटे बाद दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास धीमी गति से चल रही एक कार में एक जोरदार विस्फोट हुआ था जिससे 13 लोगों की मौत हो गई थी और कई अन्य लोग घायल हो गए थे।
