दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की चेतावनी जारी

दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़कर 206.36 मीटर तक पहुँच गया है, जो बाढ़ की चेतावनी का कारण बन रहा है। अधिकारियों ने निचले इलाकों में आपातकालीन उपाय लागू किए हैं और सार्वजनिक आवाजाही पर प्रतिबंध लगा दिए हैं। पंजाब में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है, जहाँ 30 लोगों की मौत हो चुकी है। अन्य उत्तरी राज्यों में भी बारिश के कारण बाढ़ की घटनाएँ हो रही हैं। जानें इस संकट की पूरी जानकारी और अधिकारियों की तैयारियों के बारे में।
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दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ की चेतावनी जारी

यमुना नदी का जलस्तर बढ़ा

यमुना नदी का जलस्तर 206.36 मीटर तक पहुँच गया है, जो कि 13 जुलाई 2023 को दर्ज किए गए अपने उच्चतम स्तर 208.66 मीटर से केवल 2.30 मीटर कम है। जल स्तर में यह वृद्धि ऊपरी बैराजों से भारी प्रवाह के कारण हुई है, जिसमें हथिनीकुंड से 1.76 लाख क्यूसेक, वजीराबाद से 93,260 क्यूसेक और ओखला से 1.15 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। इस स्थिति को देखते हुए अधिकारियों ने पुराने रेलवे पुल (ओआरबी) को बंद कर दिया है और निचले इलाकों में आपातकालीन उपाय लागू किए हैं। इसके साथ ही, सार्वजनिक आवाजाही पर भी प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, जिसमें मूर्ति विसर्जन पर भी रोक लगाई गई है, क्योंकि आगे बाढ़ की आशंका बनी हुई है।


दिल्ली में बाढ़ की चेतावनी

यमुना का जलस्तर और बढ़ने की संभावना के चलते अधिकारियों ने बाढ़ की चेतावनी जारी की है। अनुमान है कि जलस्तर 206.90 मीटर तक पहुँच सकता है। मंगलवार शाम को जारी बाढ़ परामर्श में कहा गया है कि मौजूदा संकेतों के अनुसार, जलस्तर 3 सितंबर, 2025 को सुबह सात बजे तक 206.90 मीटर तक पहुँच सकता है।


दिल्ली में यमुना नदी ने मंगलवार को निकासी के निशान को पार कर लिया था, जहाँ जलस्तर 206.03 मीटर दर्ज किया गया था। जलस्तर में वृद्धि के कारण, जिला प्रशासन निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाने का कार्य कर रहा है और ओआरबी को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है।


उत्तर भारत में बारिश का प्रभाव

अन्य उत्तरी राज्यों में भी लगातार बारिश के कारण बाढ़ की घटनाएँ हो रही हैं। उफनती नदियों ने विशाल मैदानों को जलमग्न कर दिया है, जिससे रेल और सड़क नेटवर्क बाधित हो गए हैं और कई स्कूलों को बंद करना पड़ा है। बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है, इसलिए अधिकारियों ने कई हिमालयी तीर्थस्थलों की तीर्थयात्राएँ स्थगित कर दी हैं।


पंजाब में बाढ़ की स्थिति

राजधानी दिल्ली के अलावा, पंजाब में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है। राज्य सरकार के अनुसार, पंजाब 1988 के बाद से अपने सबसे बुरे बाढ़ संकट का सामना कर रहा है, जिसमें 30 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 23 जिलों में 3.5 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। ऊपरी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण सतलुज, व्यास, रावी और कई मौसमी नदियाँ खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे 1,400 से अधिक गाँव जलमग्न हो गए हैं।


हिमाचल प्रदेश में रेड अलर्ट

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण भूस्खलन और अचानक बाढ़ की घटनाएँ हो रही हैं, जिसके चलते हाई अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग ने चुनिंदा क्षेत्रों में अत्यधिक भारी बारिश के लिए रेड अलर्ट और अगले 48 घंटों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चंबा, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी जैसे प्रमुख जिलों में भारी बारिश की संभावना है।