दिल्ली में मेट्रो स्टेशन के पास ब्लास्ट: सुरक्षा एजेंसियों की जांच तेज

दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के पास हुए विस्फोट ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस हमले के तार पुलवामा और फरीदाबाद से जुड़े हुए हैं, और कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। सुरक्षा एजेंसियाँ इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर रही हैं। पाकिस्तान में भी इस हमले के बाद हड़कंप मच गया है, और वहां की सरकार ने सुरक्षा अलर्ट जारी किया है। जानें इस हमले के पीछे की कहानी और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रियाएँ।
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दिल्ली में मेट्रो स्टेशन के पास ब्लास्ट: सुरक्षा एजेंसियों की जांच तेज

दिल्ली में मेट्रो स्टेशन पर धमाका

दिल्ली के लाल किले मेट्रो स्टेशन के निकट हुए विस्फोट ने पूरे देश में आक्रोश पैदा कर दिया है। इस हमले के तार पुलवामा और फरीदाबाद जैसे स्थानों से जुड़े हुए प्रतीत हो रहे हैं। इस मामले में सलमान, तारिक, आमिर उमर सहित कई संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है। एनआईए, एनएसजी और दिल्ली पुलिस की टीम इस मामले की उच्च स्तरीय जांच में जुटी हुई है। साथ ही, फरीदाबाद में भी एक बड़ा सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया है। यह वही फरीदाबाद है, जहां से दिल्ली धमाके से कुछ घंटे पहले एक डॉक्टर और संदिग्ध आतंकवादी के घर से 2500 किलो से अधिक विस्फोटक बरामद किया गया था.


आतंकी कनेक्शन और सुरक्षा चिंताएं

इस हमले के पीछे संभावित आतंकी कनेक्शन के चलते यह आशंका जताई जा रही है कि किसी महत्वपूर्ण मीटिंग में ऑपरेशन सिंदूर जैसा बड़ा निर्णय लिया गया हो। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट किया है कि इस हमले में शामिल सभी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। हमले के बाद भारत में उठाए जा रहे कदमों से पाकिस्तान में भी हड़कंप मच गया है। पूरे पाकिस्तान में इस बात की चिंता है कि कहीं भारत एक नया ऑपरेशन सिंदूर न शुरू कर दे, क्योंकि यह सभी को ज्ञात है कि आतंकवाद का मुख्य स्रोत पाकिस्तान है और भारत में हुए अधिकांश हमलों में पाकिस्तान का हाथ रहा है.


पाकिस्तान में सुरक्षा अलर्ट

हमले के बाद पाकिस्तान में रातभर मीटिंग्स का सिलसिला चलता रहा। प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एनएसए और डीजीआईएसआई के साथ देर रात तक बैठकें कीं। इस घबराहट के बीच, पीएम शहबाज ने राजस्थान से लगी सीमा पर वायु सेना की पेट्रोलिंग शुरू करवा दी है। इसके अलावा, पाकिस्तान की तीनों सेनाओं के प्रमुखों ने एक आपात बैठक भी की है। पाकिस्तान पूरी तरह से हाई अलर्ट पर है, और वहां की स्थिति भारत में चर्चा के समान ही चिंताजनक है.


अंतरराष्ट्रीय चेतावनियाँ

अमेरिकी दूतावास ने भारत में अपने नागरिकों को लाल किले के आसपास और अन्य भीड़भाड़ वाले स्थलों से दूर रहने की सलाह दी है। इसी तरह, ब्रिटेन के विदेश मंत्रालय ने भी अपने नागरिकों को भारत-पाकिस्तान सीमा के 10 किमी के भीतर यात्रा न करने की चेतावनी दी है। ब्रिटिश सरकार ने जम्मू कश्मीर और मणिपुर में यात्रा न करने की सलाह भी जारी की है। तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के हमलों को काबुल में तालिबान शासन से जोड़ते हुए, उसे 'भारत की कठपुतली' कहा गया है, और टीटीपी का नाम हास्यास्पद रूप से फ़ितना अल हिंदुस्तान रखा गया है.